चंडीगढ़। पंजाब में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए खुफिया एजेंसियों को विशेषतौर सतर्कता बरतने को कहा गया है। राज्य में मौजूदा हालात की चर्चा डीडी सम्मेलन में भी की गई थी। पंजाब में खालिस्तानी आंदोलन हुए तेज पिछले कुछ महीनों से पंजाब में खासिस्तान समर्थन आंदोलन की गतिविधियां काफी तेज हो […]
चंडीगढ़। पंजाब में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए खुफिया एजेंसियों को विशेषतौर सतर्कता बरतने को कहा गया है। राज्य में मौजूदा हालात की चर्चा डीडी सम्मेलन में भी की गई थी।
पिछले कुछ महीनों से पंजाब में खासिस्तान समर्थन आंदोलन की गतिविधियां काफी तेज हो गई हैं, जो कि काफी चिंताजनक है। इस पर कई सारे खुफिया रिपोर्ट ने ये संकेत दिए हैं कि पंजाब में इस आंदोलन से जुड़े लोगों के तार अलग-अलग देशों के खालिस्तान समर्थकों से जुड़े हैं। ऐसे में केंद्रीय एजेंसियों की पूरी नजर राज्य में हो रही इस तरह की गतिविधियों पर है।
बता दें कि खालिस्तान मामले में भारत की सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क हो गई है। वहीं एनआईए भी इसको लेकर लगातार नजर बनाए हुआ है। आईबी और रॉ भी खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों पर लगातार इनपुट एकत्रित कर रही है। भारत के अलावा कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और पाकिस्तान समेत कई देशों में खालिस्तानी समर्थकों को लेकर कूटनीतिक स्तर पर सक्रियता बनी हुई है।
गौरतलब है कि डीजी बैठक के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, पाकिस्तान की सुरक्षा एंजेसी आईएसआई भारत में खालिस्तान को लगातार सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है। इसको लेकर आगाह भी किया गया था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को ये भी पता चला है कि आईएसआई पंजाब सहित देश में अशांति फैलाने के लिए कनाडा में बैठे खालिस्तानी समर्थक और गैंगस्टर की मदद ले रहा है।