नई दिल्ली. तमिलनाडु की जयललिता सरकार ने वामपंथी विचारधारा के एक गायक और विचारक को देशद्रोह और जयललिता को बदनाम करने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि एक लोक गायक जो शराब के खिलाफ लोक गीतों के जरिए अभियान चलाता है उसे देशद्रोही किस आधार पर ठहराया जा रहा है.
तिरुचिरपल्ली में वामपंथी विचारों की एक कला संस्था चलाने वाले कोवन लोक गीत शैली में विरोध के गीत गाते हैं. 54 साल के कॉमरेड कोवन के ऊपर देशद्रोह का आरोप इंटरनेट पर जयललिता के खिलाफ विडियो डालने को लेकर लगा. उस पर आरोप लगा कि उसने लोगों को अपने गीतों से सरकार के खिलाफ उकसाया.
कोवन शराब के खिलाफ मुहिम चलाते रहे हैं और धोती पहनकर लोक गायकों के अंदाज में सरकारी शराब की दुकानों के बाहर ढोल की ताल पर विरोध गीत गाने के लिए जाने जाते हैं. पुलिस का आरोप है कि वो अपने गीतों और इंटरनेट और वॉट्सैप पर डाले वीडियो के जरिए जयललिता ही नहीं विपक्षी नेता करुणानिधि के लिए भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे.