नई दिल्ली। अमेरिका के आसमान में फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को दिखने का मामला फिर सामने आया है। अब अमेरिका और कनाडा के बार्डर के ऊपर यूएफओ की घटना हुई है। जिसको अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेश के बाद अमेरिका की वायु सेना ने मार गिराया। पिछले एक हफ्ते के भीतर अमेरिकी एयर फोर्स ने यह […]
नई दिल्ली। अमेरिका के आसमान में फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को दिखने का मामला फिर सामने आया है। अब अमेरिका और कनाडा के बार्डर के ऊपर यूएफओ की घटना हुई है। जिसको अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेश के बाद अमेरिका की वायु सेना ने मार गिराया। पिछले एक हफ्ते के भीतर अमेरिकी एयर फोर्स ने यह चौथा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट गिराया है।
बता दें, अमेरिका और कनाडा के आसमान में पिछले एक सप्ताह के भीतर यूएफओ के दिखने की यह चौथी घटना है इससे पहले 3 फ्लाइंग ऑब्जेक्ट अमेरिका के आसमान में देखे गए थे, जबकि एक यूएफओ को कनाडा के एयर स्पेस में देखा गया था। इन चारों को ही अब तक फाइटर जेट्स की मदद से शूट डाउन किया जा चुका है। चौथा यूएफओ हूरोन झील के ऊपर देखा गया है।
घटना पर अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि, अमेरिका- कनाडा के बॉर्डर पर चौथा ऑब्जेक्ट अष्टकोणीय संरचना के रूप में देखा गया था। क्योंकि यह यूएफओ सिविल एविएशन के लिए खतरा पैदा कर सकता था जिसके बाद वायु सेना की मदद से इस मार गिराया गया। बता दें, यूएस की तरफ से एक बयान जारी कर बताया गया कि अमेरिका में मार गिराए गए इश यूएफओ में कई सारे तार लटके हुए मिले हैं।
वहीं घटना पर रिपब्लिकन पार्टी की सांसद एलिसा स्लॉटकिन कहा कि यूएफओ को अमेरिकी वायु सेना और नेशनल गार्ड के पायलट ने मार गिराया है। इस मिशन को अंजाम देने वाले सैनिकों ने शानदार काम किया है। हमें अब यह जानने में रुचि है कि जिस चीज को शूट किया गया है, वह क्या थी और उसका उद्देश्य क्या था?
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