छपरा: छपरा के मुबारकपुर कांड में एक युवक की पीट पीटकर हत्या के आरोप में पुलिस ने अब तक कुल 7 लोगों को गुरफ्तार कर लिया है. इन सभी की गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में की गई है. मामले में आरोपी मुखिया का पति भी लगातार पुलिस के रडार पर है. […]
छपरा: छपरा के मुबारकपुर कांड में एक युवक की पीट पीटकर हत्या के आरोप में पुलिस ने अब तक कुल 7 लोगों को गुरफ्तार कर लिया है. इन सभी की गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में की गई है. मामले में आरोपी मुखिया का पति भी लगातार पुलिस के रडार पर है. STF की टीम लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. हालांकि आरोपी मुखिया का पति अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. आरोपी के कई करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है
बता दें, इस मामले को लेकर इलाके में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है. IG और DIG ने भी घटनास्थल पर कैंप जमा लिया है. आईजी और डीआईजी ने घटनास्थल पर कैंप कर रहा है. लगातार पुलिस हेड क्वार्टर भी एक्टिव है. जहां पुलिस की कार्रवाई का एक-एक अपडेट लिया जा रहा है. पुलिस के वह अधिकारी भी रडार पर हैं जिनपर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने और अफवाह फैलाने का आरोप है.
छपरा के मोब लिंचिंग कांड को बढ़ता देख अब बिहार सरकार भी एक्शन में आ गई है. घटना में हुई एक युवक की मौत के बाद शुरू हुए उपद्रव को देखते हुए बिहार सरकार ने अब इलाके में इंटरनेट बंद करने का निर्णय लिया है. एक्शन लेते हुए गृह विभाग ने हिंसाग्रस्त इलाकों में सोशल साइट्स बंद करने के आदेश दिए हैं. स्थानीय प्रशासन ने सरकार को सोशल मीडिया के माध्यम से हिंसा फैलाने की जानकारी दी थी. दरअसल सोशल मीडिया पर जातिगत लड़ाई को बढ़ाने के लिए भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिना किसी देरी के बिहार सरकार के गृह विभाग ने सोशल साइट्स बंद करने का आदेश दिया है. अब अगले दो दिनों के लिए यानी 8 फरवरी तक हिंसाग्रस्त इलाकों में सभी सोशल साइट्स बंद रहेंगी.
2 फरवरी शाम 3 युवकों को मुखिया पति विजय यादव पर फायरिंग के आरोप में फार्म हाउस में बंधक बनाया गया था. इन तीनों युवकों के हाथ-पैर बांधकर उन्हें बेरहमी से पीटा गया. इस बीच एक युवक अमितेश कुमार सिंह (35) की मौत हो गई थी. दूसरी ओर दो अन्य युवकों, राहुल कुमार सिंह (23) और आलोक कुमार सिंह (25) की हालत गंभीर है. दोनों का इलाज पटना के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है. इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें तीनों युवकों की पिटाई होते दिखाई दे रही है. दरअसल विवाद के चलते मुखिया प्रतिनिधि पर फायरिंग की गई थी. इस फायरिंग में ये सभी शामिल थे।वीडियो सामने आने के बाद दूसरा पक्ष भी उग्र हो गया है.
हत्याकांड में शामिल 2 आरोपी इस समय पुलिस की हिरासत में हैं. DSP(HQ) के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है. भड़काने वालों के खिलाफ नगर थाने में केस दर्ज किया गया है. गुरुवार को हुई इस घटना के बाद छपरा के मांझी के मुबारकपुर गांव में महापंचायत बुलाई गई. इस महापंचायत में मुखिया के घर पर हमला करने का निर्णय लिया गया. अब इस हमले के बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हैं. गुरुवार को हुई इस मारपीट का मकसद तीनों युवकों से बदला लेने का था. जानकारी के अनुसार तीनों पर गाँव के मुखिया प्रतिनिधि पर फायरिंग का आरोप था।