छपरा: बिहार के छपरा में हाथ-पैर बांधकर युवक की बेरहमी से पिटाई और फिर उसकी हत्या के मामले से हड़कंप मच गया है. अब एक पक्ष के लोगों ने आरोपी के घर पर हमला बोल दिया है. इस हमले से पहले महापंचायत बुलाई गई थी. इस महापंचायत में ही बदला लेने का फैसला लिया गया. […]
छपरा: बिहार के छपरा में हाथ-पैर बांधकर युवक की बेरहमी से पिटाई और फिर उसकी हत्या के मामले से हड़कंप मच गया है. अब एक पक्ष के लोगों ने आरोपी के घर पर हमला बोल दिया है. इस हमले से पहले महापंचायत बुलाई गई थी. इस महापंचायत में ही बदला लेने का फैसला लिया गया. इसके बाद भीड़ ने मुखिया रूपा देवी के घर हमला बोल दिया।
गुरुवार शाम 3 युवकों को मुखिया पति विजय यादव पर फायरिंग के आरोप में फार्म हाउस में बंधक बनाया गया था. इन तीनों युवकों के हाथ-पैर बांधकर उन्हें बेरहमी से पीटा गया. इस बीच एक युवक अमितेश कुमार सिंह (35) की मौत हो गई थी. दूसरी ओर दो अन्य युवकों, राहुल कुमार सिंह (23) और आलोक कुमार सिंह (25) की हालत गंभीर है. दोनों का इलाज पटना के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है. इस पूरी घटना के एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें तीनों युवकों की पिटाई होते दिखाई दे रही है. दरअसल विवाद के चलते मुखिया प्रतिनिधि पर फायरिंग की गई थी. इस फायरिंग में ये सभी शामिल थे।वीडियो सामने आने के बाद दूसरा पक्ष भी उग्र हो गया है.
हत्याकांड में शामिल 2 आरोपी इस समय पुलिस की हिरासत में हैं. DSP(HQ) के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है. भड़काने वालों के खिलाफ नगर थाने में केस दर्ज किया गया है. गुरुवार को हुई इस घटना के बाद छपरा के मांझी के मुबारकपुर गांव में महापंचायत बुलाई गई. इस महापंचायत में मुखिया के घर पर हमला करने का निर्णय लिया गया. अब इस हमले के बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हैं. गुरुवार को हुई इस मारपीट का मकसद तीनों युवकों से बदला लेने का था. जानकारी के अनुसार तीनों पर गाँव के मुखिया प्रतिनिधि पर फायरिंग का आरोप था।
गुरुवार की इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर महापंचायत बुलाई गई. इंस्टा पर कुछ युवकों ने लाइव आकर मुखिया के घर पर हुए इस हमले का प्लान बनाया था. पिटाई का यह वीडियो अलग-अलग एंगल से सोशल मीडिया पर डालकर लोगों को भड़काया गया था. कुछ युवकों ने इंस्टा पर हमले के पहले का वीडियो अपलोड किया है. इस वीडियो में सैकड़ों युवक बाइक से मुबारकपुर गांव जाते दिख रहे हैं।
इसके बाद मुखिया के घर पर आगजनी की गई और परिवार के साथ मारपीट की गई. इसके बाद से ही माहौल गर्माया हुआ है. भारी पुलिस मौके पर तैनात है और गांव में धारा 144 लगाई गई है. मांझी थाने के थानेदार को निलंबित कर दिया गया है.
आरोप है कि इस पूरी घटना को करणी सेना ने अंजाम दिया है. हालांकि करणी सेना के बिहार और झारखंड प्रभारी अमित सिंह उज्जैन ने बताया कि करणी सेना का इसमें कोई इनवॉल्वमेंट नहीं है. उनके अनुसार करणी सेना का रविवार को पटना में कार्यक्रम था, जिसमें वह व्यस्त थे. उन्होंने आगे कहा कि, ‘मंगलवार को पीड़ित के परिजनों से मिलने जाऊंगा’
पिटाई में घायल युवक से जाप नेता पप्पू यादव ने पटना के अस्पताल में मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि उस समय करणी सेना कहां थी? सिर्फ समाज में वैमनस्य पैदा करने के लिए वह मौजूद रहती है?उसने मुबारकपुर में जो किया वह आतंकवाद है.’ उन्होंने इस दौरान मामले को लेकर स्पीडी ट्रायल की मांग की! दूसरी ओर छपरा पिटाई कांड को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
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