नई दिल्ली। विगत कई दिनों से अमेरिका के ऊपर मंडरा रहे चीन के जासूसी बैलून को वायुसेना ने मार गिराया है। इसकी मंजूरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी थी। अब सुरक्षा एजेंसियां इस बैलून के जांच में जुट गई हैं। अटलांटिक महासागर के ऊपर लगाया निशाना अमेरिकी वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन […]
नई दिल्ली। विगत कई दिनों से अमेरिका के ऊपर मंडरा रहे चीन के जासूसी बैलून को वायुसेना ने मार गिराया है। इसकी मंजूरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी थी। अब सुरक्षा एजेंसियां इस बैलून के जांच में जुट गई हैं।
अमेरिकी वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है। जासूसी गुब्बारे को उत्तरी अमेरिका में संवेदनशील सैन्य स्थानों को पार करने के बाद निशाना लगाया था। जब ये स्पाई बैलून अटलांटिक महासागर के ऊपर पहुंचा था तो इसको निशाना लगाया गया। बताया जा रहा है कि बैलून का साईज तीन बसों के बराबर था।
बता दें कि आसमान में 60 हजार फीट ऊंचाई उड़े रहे इस बैलून में वायरस होने की आंशका जताई जा रही थी। अब अमेरिकी वायुसेना द्वारा इसको मार गिराने के बाद सुरक्षा एजेंसियां इनके जांच में जुट गई है।
जासूस गुब्बारे को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ये एक सिविल यूज बैलून था, इसका इस्तेमाल मौसम से जुड़ी रिसर्च करने के लिए किया जाता है। बैलून दिशा भटककर अमेरिकी एयरस्पेस में पहुंच गया। चीन ने इसके लिए खेद भी जताया था। वहीं, अमेरिका को चीन की ये सफाई रास नहीं आ रही थी। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन का दौरा रद्द करने का निर्णय लिया।
Spy Balloon: अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया, गहरा सकता है तनाव