श्रीनगर: घाटी में पहली बार जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी आरिफ के पास से परफ्यूम बम बरामद किया है। इसे परफ्यूम IED के नाम से जाना जाता है। आरिफ लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी है और नरवाल बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार है। नरवाल से पहले इसने शास्त्री नगर और कटरा में बस विस्फोटों को अंजाम दिया था। […]
श्रीनगर: घाटी में पहली बार जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी आरिफ के पास से परफ्यूम बम बरामद किया है। इसे परफ्यूम IED के नाम से जाना जाता है। आरिफ लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी है और नरवाल बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार है। नरवाल से पहले इसने शास्त्री नगर और कटरा में बस विस्फोटों को अंजाम दिया था। बीते 21 जनवरी को हुए नरवाल विस्फोट में परफ्यूम IED का इस्तेमाल किया गया था। इस विस्फोट में 9 लोग घायल हुए थे।
आपको बता दें, आम बोलचाल में इसे परफ्यूम बम कहा जाता है, लेकिन इसका पूरा नाम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव परफ्यूम डिवाइस (Improvised Explosive Device) है। इसी को IED परफ्यूम कहा जाता है। आपको बता दें, हमले को अंजाम देने के लिए आतंकी नए-नए हथकंडे अपनाते हैं। नतीजतन इस बम को बनाने के लिए परफ्यूम की बोतल का इस्तेमाल किया जाता है। इस बोतल के अंदर धमाका करने वाली एक्सप्लोसिव डिवाइस को फिट किया जाता है। आमतौर पर बम या अन्य सामान्य रूप से दिखाई देने वाले विस्फोटकों की आसानी से पहचान की जा सकती है। लेकिन परफ्यूम IED को लेकर लोगों में जागरूकता कम है। इसी बात का फायदा आतंकी उठाते हैं।
बता दें, परफ्यूम आईईडी एक्सप्लोसिव डिवाइस (Perfume IED Explosive Device) को इस तरह लगाया जाता है कि जैसे ही बोतल के ढक्कन को दबाया या खोला जाता है, डिवाइस ट्रिगर हो जाता है और फट जाता है। इस विस्फोट का असर बहुत ही दूर तक होता है। आसपास मौजूद लोगों के परखच्चे उड़ जाते हैं। आमतौर बाहर से परफ्यूम की बोतल दिखने के कारण किसी को शक नहीं होता और आतंकियों के अपने मंसूबे में कामयाब होने की संभावना ज्यादा होती है।
सिर्फ बोतल को देखकर यह बताना मुश्किल है कि यह सिर्फ परफ्यूम है या परफ्यूम IED। इसका फायदा आतंकी उठाते हैं। यह पहला मामला है जिसमें देश में इस प्रकार का बम बरामद किया गया है। करीब 12 साल पहले इस तरह के बम चर्चा में आए थे, लेकिन बरामद नहीं हुए थे। अब फिर से इस बम ने लोगों के ज़हन में खौफ पैदा कर दिया है।
आपको बता दें, साल 2011 की शुरुआत में, मुंबई में एयरपोर्ट पर मुसाफिरों के पास से परफ्यूम को निकलवा कर इस्तेमाल कराया गया था। इसके बाद ही जाने दिया था। यही नहीं, साल 2011 में कलकत्ता पुलिस को सूचना मिली थी कि आतंकवादी परफ्यूम बम विस्फोट करने की योजना बना रहे हैं। बाद में ही शहर में परफ्यूम की बोतलें इकट्ठी की गईं। भीड़-भाड़ वाली जगहों से परफ्यूम की बोतलें हटा दी गईं। कलकत्ता हवाईअड्डे और इसके आसपास के इलाकों से आने-जाने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। कलकत्ता के अलावा मुंबई के कई इलाकों समेत शॉपिंग मॉल और बाजारों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई थी।