बेंगलुरु. कांग्रेस शासित प्रदेश कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को बीफ बैन मामले में एक और विवादित बयान दे डाला. सिद्धारमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में बेवजह इस मामले को तूल दिया जा रहा है, अगर मुझे बीफ खाना है तो खाऊंगा कोई मुझे रोकने वाला कौन होता है.
संघ परिवार की है साजिश
युवा कांग्रेस के राज्य स्तर के नेताओं को संबोधित करते हुए ऐसे किसी भी मामले से दूर रहने की सलाह देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ‘मैं बीफ नहीं खाता, यह मेरी मर्जी है. अगर मैं आज से बीफ खाना शुरू करूं तो वह भी मेरी मर्जी होगी, और अगर मैं ऐसा करता हूं तो मुझे रोकने वाले वे होते कौन हैं.’ जाहिर है मुख्यमंत्री का इशारा संघ परिवार की तरफ है.
महंगाई के मुद्दों पर चुप है सरकार
सिद्धारमैया ने कहा कि बीफ मामले पर जिस तरह देश भर में अफरातफरी मची है इससे असुरक्षा की भावना पैदा हुई है. बहस विकास और महंगाई पर होनी चाहिए न कि कौन बीफ खाता है और कौन नहीं इस मुद्दे पर. कर्नाटक में बीफ को लेकर हाल में कोई मामला सामने तो नहीं आया है लेकिन दक्षिण कर्नाटक यानी मेंगलुरु में कुछ दिन पहले बजरंग दल कार्यकर्ता प्रशांत पुजारी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि बीजेपी के मुताबिक वह गौरक्षक था. गौरक्षा और मोरल पुलिसिंग के नाम पर मेंगलुरु और इसके आसपास के इलाके में दंगे फसाद होते रहते हैं.