Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • मुरादाबाद के हिन्दू कॉलेज में बुर्का बैन पर बढ़ा विवाद, 19 दिन पहले लागू हुआ था ड्रेस कोड

मुरादाबाद के हिन्दू कॉलेज में बुर्का बैन पर बढ़ा विवाद, 19 दिन पहले लागू हुआ था ड्रेस कोड

लखनऊ। यूपी के मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में 1 जनवरी 2023 को ड्रेस कोड लागू किए जाने के बाद भी जब मुस्लिम छात्रा ने ड्रेस कोड का पालन नहीं किया, तो उन्हें कॉलेज में प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिसके बाद छात्राओं ने प्रशासन पर भाजपा की विचारधारा के हिसाब से चलने के अलावा […]

Advertisement
बुर्का
  • January 20, 2023 1:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ। यूपी के मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में 1 जनवरी 2023 को ड्रेस कोड लागू किए जाने के बाद भी जब मुस्लिम छात्रा ने ड्रेस कोड का पालन नहीं किया, तो उन्हें कॉलेज में प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिसके बाद छात्राओं ने प्रशासन पर भाजपा की विचारधारा के हिसाब से चलने के अलावा उन पर मुस्लिम छात्राओं के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया, हालांकि प्रशासन ने इन सारे आरोपों को गलत बताया है।

क्या है पूरा मामला ?

मुरादाबाद में हिंदू कॉलेज के प्रशासन द्वारा 19 दिन पहले 1 जनवरी को सभी छात्रों के लिए सम्मान ड्रेस कोड को लागू किए जाने की घोषणा की गई थी। प्रशासन द्वारा सभी छात्राओं को इसको लेकर जानकारी भी दे दी गई थी। लेकिन प्रशासन के कहने के बाद भी बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्रा बुर्के पहनकर कॉलेज पहुंच गई। जिसके बाद कॉलेज की महिला प्रोफेसर ने बुर्का पहनकर आई कुछ लड़कियों को रोक दिया, तो लड़कियों ने खुद को कॉलेज का छात्र बताते हुए परिसर में प्रवेश दिए जाने की मांग की। ऐसा ना करने पर छात्राओं ने कॉलेज के गेट पर ही प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। लड़कियों का आरोप है कि कॉलेज का प्रशासन भाजपा की विचारधारा के तहत काम कर रहा है।

प्रशासन ने क्या कहा ?

कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं द्वारा गलत बताते हुए कहा कि, “ये सारा मामला अनुशासन का है। कॉलेज की कमेटी ने मिलकर ड्रेस कोड को लागू करने का फैसला लिया था, सभी शिक्षकों की इसमें सहमति थी। इसके अलावा सभी बच्चों को भी इसकी जानकारी दे दी गई थी। उसके बाद भी ऐसे हंगामे का होना मुद्दे को किसी दूसरी दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहा है।

भाजापा की विचाराधारा के मामले पर कॉलेज के प्राचार्य का कहना था कि हम किसी पार्टी कि नहीं बल्कि अनुशासन की विचारधारा पर चल रहे है। कुछ माह पहले प्रोफेसर डॉ एनयू खान पर हुए हमले के बाद इस मुद्दें को उठाया गया था कि कॉलेज में ड्रेस कोड को लागू किया जाना चाहिए या नहीं ? ड्रेस कोड हो जाने के कारण कोई भी असमाजिक तत्व कॉलेज में प्रवेश नहीं कर सकेगा।

वहीं मामले पर समाजवादी छात्र सभा जिला के अध्यक्ष मोहम्मद असलम चौधरी ने बताया, “हमने मामले पर फिलहाल एसपी सागर जैन के जरिए कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन सौप दिया था, जिसके बाद सभी छात्राओं द्वारा धरने को खत्म करते हुए स्थिति को सामान्या कर दिया गया।”

Advertisement