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वियतनाम : बर्खास्त होने की ख़बरों के बीच राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली : वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक ने अब राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पहले से ही उन्हें बर्खास्त करने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हाल ही के सप्ताहों में वियतनाम में सियासी खलबली बेहद तेज हो गई थी. जहां व्यापक […]

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वियतनाम : बर्खास्त होने की ख़बरों के बीच राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक ने दिया इस्तीफा
  • January 17, 2023 5:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक ने अब राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पहले से ही उन्हें बर्खास्त करने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हाल ही के सप्ताहों में वियतनाम में सियासी खलबली बेहद तेज हो गई थी. जहां व्यापक अटकलें लगाई गई थीं कि फुक जनवरी में दो उप प्रधानमंत्रियों की बर्खास्तगी के बाद अपना पद छोड़ देंगे. दोनों उप प्रधानमंत्रियों ने उनके अधीन काम किया था. दोनों को बर्खास्त करने की वजह उन्होंने पार्टी के आंतरिक कारण बताए थे. अब उन्होने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. इसके अलावा राजनीति में भी उनके संन्यास की बात कही जा रही है.

संभाल चुके हैं देश की कमान

राष्ट्रपति के रूप में अपनी भूमिका निभाने से पहले, गुयेन जुआन फुक साल 2016 से 2021 के दौरान वियतनाम के प्रधानमंत्री भी रहे थे. उन्होंने 2016-2021 के कार्यकाल के दौरान COVID-19 महामारी की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर जरूरी कदम उठाए थे. स्थानीय मीडिया की मानें तो पार्टी की केंद्रीय समिति ने कहा, ‘अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह वाकिफ होने के कारण पार्टी और लोगों के सामने , फुक ने अपने निर्धारित पदों से इस्तीफा दिया है और राजनीति से भी संन्यास देने की बात कही है.’

असेंबली की स्वीकृति जरूरी

हालांकि उनका इस्तीफा अभी प्रभावी नहीं हुआ है. राष्ट्रपति फुक के इस्तीफे को मंजूरी के लिए नेशनल असेंबली से स्वीकृति जरूरी है. ख़बरों की मानें तो वियतनाम विधानमंडल इस सप्ताह एक बैठक आयोजित करने वाला है.

प्रशासनिक ढांचा

वियतनाम के प्रशासनिक ढ़ांचे को देखें तो यहां पर किसी भी नेता को सर्वोपरि अधिकार नहीं मिला है. लेकिन माना जाता है कि वियतनाम में सबसे मजबूत और ताकतवर नेता वहां की पार्टी के सेक्रेटरी ही हैं. इसके बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और फिर वियतनाम की संसद के स्पीकर को सत्ता में शक्तिशाली माना गया है.

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