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‘किसी भी समय ढह सकता है पूरा ढांचा, सरकार बसाए नया जोशीमठ’- उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत

जोशीमठ। उत्तराखंड के चमोली में स्थित जोशीमठ इस वक्त खतरे में है। यहां के 500 से अधिक घरों में दरारें आ गईं हैं, जमीन धंस रही है। कड़ाके की ठंड से जूझ रहे कस्बे को लोग अपने घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं। चमोली जिला प्रशासन ने बताया है कि अब तक 70 से […]

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‘किसी भी समय ढह सकता है पूरा ढांचा, सरकार बसाए नया जोशीमठ’- उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत
  • January 9, 2023 2:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

जोशीमठ। उत्तराखंड के चमोली में स्थित जोशीमठ इस वक्त खतरे में है। यहां के 500 से अधिक घरों में दरारें आ गईं हैं, जमीन धंस रही है। कड़ाके की ठंड से जूझ रहे कस्बे को लोग अपने घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं। चमोली जिला प्रशासन ने बताया है कि अब तक 70 से अधिक प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि बढ़ते खतरे को देखते हुए जल्द ही 90 और परिवारों को अपना घर खाली करना होगा। इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि किसी भी समय जोशीमठ का पूरा ढांचा ढह सकता है। सरकार को नया जोशीमठ बनाना चाहिए।

परिवारों को मुआवजा दिया जाए

हरीश रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जोशीमठ में आए संकट के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए। इसे राष्ट्रीय आपदा के रूप में लेकर जोशीमठ को दूसरी जगह बसाया जाना चाहिए। इसके साथ ही प्रभावित परिवारों को बद्रीनाथ की तर्ज पर मुआवजा दिया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने सीएम धामी से की बात

बता दें कि इससे पहले कल पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की। सीएम धामी ने ट्वीट कर लिखा कि प्रधानमंत्री ने दूरभाष के माध्यम से वार्ता कर जोशीमठ की स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है। पीएम ने प्रभावित नजरवासियों की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए उठाए गए कदमों और समस्या के समाधान हेतु तात्कालिक और दीर्घकालिक कार्य योजना के बारे में जानकारी ली है।

सेना को अलर्ट मोड पर रखा गया है

बता दें कि जोशीमठ समेत दूसरे इलाकों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में इंडियन आर्मी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। गढ़वाल के कमिश्नर सुशील कुमार सिंह ने बताया है कि प्रशासन लगातार सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क में है।

इसरो से ली जाएंगी सैटेलाइट तस्वीरें

जोशीमठ में पैदा संकट को लेकर प्रशासन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से मदद मांगी गई है। इसरो जोशीमठ की सैटेलाइट तस्वीर लेगा। इसके साथ ही पिछले चार महीनों की तस्वीरों के जरिए ये समझा जाएगा कि आखिर ऐसे हालात क्यों बन रहे हैं? बताया जा रहा है कि दो-तीन दिनों में इसरो की ओर से ये तस्वीरें सामने आ सकती हैं।

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