नई दिल्ली। ब्राजील में पिछले साल अक्टूबर महीने में चुनाव हुए थे। इन चुनावों में जेयर बोल्सनारो को हार मिली थी। लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व वाली वामपंथी पार्टी को जीत मिली थी। इसके बाद लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। वहीं बोल्सनारो […]
नई दिल्ली। ब्राजील में पिछले साल अक्टूबर महीने में चुनाव हुए थे। इन चुनावों में जेयर बोल्सनारो को हार मिली थी। लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व वाली वामपंथी पार्टी को जीत मिली थी। इसके बाद लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। वहीं बोल्सनारो के समर्थकों ने चुनाव नतीजा मानने से इंकार कर दिया और सड़कों पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। प्रदर्शनकारियों ने ब्राजील की संसद भवन की खिड़कियां और दरवाजों को तोड़ दिया।
बता दें कि ब्राजील के सड़कों पर इस वक्त पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो के समर्थक जमकर उत्पात मचा रहे नए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा के शपथ लेने के खिलाफ बोल्सनारो के समर्थक हिंसक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ब्राजील की संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुसकर तोड़फोड़ की। ब्राजील में दंगे जैसे हालात पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि सभी को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि ब्राजील में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे और तोड़-फोड़ की खबरों से काफी चिंतित हूं। सभी को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए। हम ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं।
दिल्ली का अगला मेयर, गुजरात चुनाव और फ्री रेवड़ी, मनीष सिसोदिया ने बताए सारे राज!
India News Manch पर बोले मनोज तिवारी ‘रिंकिया के पापा’ पर डांस करना सबका अधिकार