जोशीमठ: उत्तराखंड के जोशीमठ की दीवारें दरक रहीं हैं और पूरा शहर जमीन में धंस रहा है. आलम ये है कि वहाँ घरों की दीवारों को चीरकर पानी बह रहा है. बदरीनाथ धाम से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित जोशीमठ से कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो पूरे देश को हैरान कर रही हैं. […]
जोशीमठ: उत्तराखंड के जोशीमठ की दीवारें दरक रहीं हैं और पूरा शहर जमीन में धंस रहा है. आलम ये है कि वहाँ घरों की दीवारों को चीरकर पानी बह रहा है. बदरीनाथ धाम से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित जोशीमठ से कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो पूरे देश को हैरान कर रही हैं. लैंडस्लाइड और दरकती दीवारों की वजह से कई इलाकों में लोग दहशत में जी रहे हैं. घरों की दरारें पूरी नींद लेने नहीं दे रही हैं. लोग घर छोड़कर पलायन कर रहे हैं.
आपको बता दें, जोशीमठ की इस आपदा में वहाँ लोगों की ज़िंदगी में तबाही आ गई है. वैसे पूरे मामले को लेकर सरकार सक्रिय नज़र आ रही है. बता दें, CM पुष्कर धामी ने प्रभावित 600 परिवारों को तत्काल वैकल्पिक आवास भेजने का आदेश दिया है. लेकिन ऐसे में लोगों का कहना है कि बीते 1 साल से डीएम, एसडीएम और तहसील के अधिकारियों से वे सभी गुहार लगा रहे हैं. पर उनका कहना है कि कोई एक्शन तभी लिया जाएगा जब मकान टूट कर गिर जाएंगे.
उत्तराखंड के जोशीमठ आपदा में एक बार फिर प्रशासन की कथनी और करनी में अंतर नजर आया। स्थानीय लोगों ने शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी से शिकायत की क्योंकि डीएम चमोली के आदेश के बाद भी निर्माण कार्य जारी रहा। उधर, जब सीएम ने इस मामले पर डीएम हिमांशु खुराना से जवाब मांगा तो उन्होंने साफ कहा कि न केवल एनटीपीसी जलविद्युत परियोजना बल्कि क्षेत्र में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. डीएम ने कहा कि वर्तमान में जिले में कहीं भी कोई निर्माण नहीं चल रहा है।
डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि स्थानीय लोग एनपीसी जलविद्युत परियोजना के खिलाफ हैं. उनका दावा है कि इस प्रोजेक्ट के तहत बनी सुरंगों से पानी घरों तक पहुंचा और जमीन धंस गई। इन आरोपों की जांच के लिए सर्वे लेने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। लेकिन इससे पहले पनबिजली परियोजनाओं (हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट ) सहित अन्य सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर प्रभावी रूप से रोक लगा दी गई थी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले में कहीं भी निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। ऐसे में शनिवार को जब सीएम वहां का दौरा करने पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने शिकायत की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने नाराजगी स्थिति पर नाराज़गी जताई।