IIT Delhi में बोले जुकरबर्ग, भारत फेसबुक के लिए अहम बाजार

फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली में एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत फेसबुक के लिए काफी महत्वपूर्ण बाजार है. भारत को कनेक्ट किए बिना दुनिया को कनेक्ट नहीं किया जा सकता है., भारत फेसबुक कम्युनिटी की दूसरी सबसे बड़ी कम्युनिटी है.

Advertisement
IIT Delhi में बोले जुकरबर्ग, भारत फेसबुक के लिए अहम बाजार

Admin

  • October 28, 2015 7:21 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली में एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत फेसबुक के लिए काफी महत्वपूर्ण बाजार है. भारत को कनेक्ट किए बिना दुनिया को कनेक्ट नहीं किया जा सकता है., भारत फेसबुक कम्युनिटी की दूसरी सबसे बड़ी कम्युनिटी है.
 
टाउन हॉल नामक कार्यक्रम के तहत जुकरबर्ग की एक घंटे की क्लास आयोजित की गई है. इसमें 900 छात्रों व करीब 50 शिक्षकों के साथ कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर क्षितिज गुप्ता भी शामिल हैं. जुकरबर्ग से जब सवाल गया कि क्या  कैंडीक्रश की रिक्वेस्ट से बचने का क्या रास्ता है? इस सवाल पर जकरबर्ग  ने कहा कि हम जल्द ही इसका समाधान निकालेंगे.
 
आप ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को फेसबुक से क्‍यों जोड़ना चाहते हैं और आप इसे कैसे करेंगे ? 
इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह एक मूल सवाल है, मैं लोगों के जीवनस्‍तर को सुधारने के लिए उन्‍हें इंटरनेट से जोड़ना चाहता हूं. 1500 मिलियन लोगों को इंटरनेट से जोड़ना शानदार अनुभव है, लोगों के जीवनस्‍तर को ऊंचा करने लिए और लोगों को शिक्षित करने के लिए, जन-जागरुकता के लिए भी इंटरनेट जरूरी है.
 
जिनके पास इंटरनेट एक्सेस नहीं है, उन्हें कैसे जोड़ेंगे? 
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यहां कई लोग स्टूडेंट और इंटरप्रिन्योर मौजूद हैं, जिनके बारे में अभी दुनिया नहीं जानती है. मैं इन लोगों के बारे में गहरी रुचि रखता हूं. हम कोशिश करेंगे कि इन लोगों से जुड़े रहें.
 
गरीबी को कैसे खत्म करेंगे? शिक्षा का लेवल कैसे उठाएंगे? 
जुकरबर्ग ने कहा कि यह दिलचस्प एरिया है. हम फेसबुक पर शेयर का पावर देते हैं. एक दूसरे से जुड़ने का मौका देते हैं. हमने पांच साल पहले एक प्रोग्राम ले कर आए हैं. कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क में हम न्यू स्कूल मॉडल देने की कोशिश कर रहे हैं. हम इसके रिजल्ट देखने को लेकर उत्साहित हैं. अफ्रीका में नए तरीके से स्कूल खोल रहे हैं. इंडिया में भी हम इस एरिया में काम करना चाहते हैं. स्कूल में इंटरनेट कनेक्टिविटी रहने से छोटे स्कूल में भी हम सारी सुविधाएं दे सकते हैं. यह साइंस को आगे ले जाने में मदद देगा.
 
 

Tags

Advertisement