नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन के बीच लगभग दस महीने से जंग जारी है, जंग तो थमने का नाम नहीं ले रही है लेकिन गनीमत है कि दोनों में से किसी भी देश ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं किया है. वहीं, ये भी बताया जा रहा है कि रूस को परमाणु हमला करने से […]
नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन के बीच लगभग दस महीने से जंग जारी है, जंग तो थमने का नाम नहीं ले रही है लेकिन गनीमत है कि दोनों में से किसी भी देश ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं किया है. वहीं, ये भी बताया जा रहा है कि रूस को परमाणु हमला करने से रोकने में पीएम मोदी ने अहम भूमिका निभाई है. इस संबंध में बताते हुए अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर बिल बर्न्स ने इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ भी की और इसके साथ ही बर्न्स ने कहा है कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों का रूसियों पर प्रभाव पड़ा और इसने यूक्रेन युद्ध के चलते होने वाली वैश्विक आपदा को रोकने में अहम भूमिका निभाई. पीबीएस को दिए एक इंटरव्यू में बिल बर्न्स ने कहा, मुझे लगता है कि शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अपनी चिंताओं को उजागर किया था और मुझे लगता है कि रूस पर इसका असर भी पड़ा है.
सीआईए के प्रमुख ने कहा कि “मुझे लगता है कि शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अपनी चिंताओं को उजागर किया था और मुझे लगता है कि रूस पर इसका असर भी पड़ा है.” सीआईए प्रमुख बिल बर्न्स की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कुछ ही दिन पहले रूसी प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि ये संघर्ष अभी थोड़े और समय तक चलने वाला है. साथ ही उन्होंने परमाणु युद्ध के बढ़ते खतरे को लेकर भी चेतावनी दी थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रेमलिन में रूस की मानवाधिकार परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा था कि लड़ाई में रूस सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करने वाला है. पुतिन ने कहा था कि वह मॉस्को के परमाणु शस्त्रगार को उकसावे की बजाय एक निवारक के रूप में देखते हैं.
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