सारण. बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब का सेवन करने से मरने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा होते ही रहा है, इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है. बता दें कि जहरीली शराब पीने से यहां मंगलवार रात से अब तक 40 लोगों की […]
सारण. बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब का सेवन करने से मरने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा होते ही रहा है, इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है. बता दें कि जहरीली शराब पीने से यहां मंगलवार रात से अब तक 40 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 लोगों की हालत अब भी गंभीर है. वहीं, अगर सरकारी आंकड़ों की मानें तो ज़हरीली शराब का सेवन करने से 26 लोगों की मौत बताई जा रही है. इस संबंध में जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा, हमने पिछले 48 घंटे में जिले भर में सघन छापेमारी की है और 126 व्यक्तियों को पकड़ा भी है, इसके साथ ही चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त भी की गई है.
बिहार में ज़हरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहा है. ऐसे में नीतीश सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. अब तक ज़हरीली शराब पीने के चलते 43 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं इसपर सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि जो पिएगा वो तो मरेगा ही. अब नीतीश कुमार के इसी बयान की किरकिरी हो रही है और विपक्ष के नेता उनपर हमले कर रहे हैं. इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता विजय सिन्हा ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को बस कुर्सी से चिपके रहने में रुचि है, उनका ये बयान उनकी असंवेदनशीलता दर्शाता है.
सिन्हा ने आगे कहा कि भाजपा हमेशा से ही शराबबंदी के साथ रही है, लेकिन जब शराबबंदी है तो शराब की होम डिलीवरी और बिना रोकटोक शराब की आपूर्ति करवाना काले धन को बढ़ावा दे रहा है.
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