पटना. बिहार में ज़हरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहा है. ऐसे में नीतीश सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. अब तक ज़हरीली शराब पीने के चलते 43 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं इसपर सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि जो पिएगा वो तो […]
पटना. बिहार में ज़हरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहा है. ऐसे में नीतीश सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. अब तक ज़हरीली शराब पीने के चलते 43 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं इसपर सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि जो पिएगा वो तो मरेगा ही. अब नीतीश कुमार के इसी बयान की किरकिरी हो रही है और विपक्ष के नेता उनपर हमले कर रहे हैं. इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता विजय सिन्हा ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को बस कुर्सी से चिपके रहने में रुचि है, उनका ये बयान उनकी असंवेदनशीलता दर्शाता है.
सिन्हा ने आगे कहा कि भाजपा हमेशा से ही शराबबंदी के साथ रही है, लेकिन जब शराबबंदी है तो शराब की होम डिलीवरी और बिना रोकटोक शराब की आपूर्ति करवाना काले धन को बढ़ावा दे रहा है.
नीतीश कुमार के बयान पर भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश का बयान उनकी लाचारी को दर्शा रहा है, नीतीश कुमार इस समय हताश हैं और अपनी ज़िम्मेदारियों से भागने की कोशिश कर रहे हैं. शराब काण्ड में अब तक 40 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन नीतीश कुमार का कहना है कि इस मुद्दे को सदन में नहीं उठाना चाहिए. जिस तरह से इस मुद्दे पर नीतीश कुमार बयान दे रहे हैं वो उनकी लाचारी दर्शा रहा है. राज्य में शराब के चलते लोगों की जान जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री जी ऐसे बयान दे रहे हैं. उन्हें ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि उनकी शराबबंदी विफल रही है और ये हर कोई देख सकता है.
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