पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से गठबन्धन तोड़ने के बाद लगातार प्रहार कर रहे हैं। एक ओर उन्होने पटना के गांधी मैदान में पार्टी के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी को टक्कर देने की बात कही, वहीं दूसरी ओर उन्होने ऐसी बात कही कि, सबके […]
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से गठबन्धन तोड़ने के बाद लगातार प्रहार कर रहे हैं। एक ओर उन्होने पटना के गांधी मैदान में पार्टी के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी को टक्कर देने की बात कही, वहीं दूसरी ओर उन्होने ऐसी बात कही कि, सबके होश उड़ा गए, उन्होने इस दौरान उन नेताओं का नाम बताया जिनके कहने पर नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबन्धन तोड़ दिया था।
पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जेडीयू कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने उस अहम बात से पर्दा उठा दिया जिसका इन्तजार लोग लम्बे समय से कर रहे थे, उन्होने भाजपा से गठबन्धन तोड़ने का कारण बताया।
उन्होने कहा कि, दो करीब नेताओं के कहने पर ही उन्होने भाजपा से गठबन्धन तोड़ा है। उन दो नेताओं मे पहले हैं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और दूसरे हैं बिजेंद्र यादव, उन्होने कहा कि, इन दोनों नेताओं के समझाने एवं सात दलों के साथ गठबंधन करने की सलाह देने पर ही मैने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था। साथ ही नीतीश ने कहा कि, इन दोनों नेताओं की सलाह के बाद हमने पूरे देश में अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से सुझाव लिए सभी ने गठबंधन तोड़ने की सलाह दी।
पटना में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान नीतीश की कई बातों से ऐसा लगा कि, वह 2024 में पीएम मोदी को टक्कर देने का मन बना रहे हैं। पहले तो उन्होने तीसरे मोर्चे को मेन फ्रंट का नाम देकर नेतृत्व की बात कही, वहीं दूसरी ओर पोस्टरों में देश मांगे नीतीश का नारा देखकर सबकुछ साफ हो गया कि, नीतीश अब बिहार से चलकर दिल्ली की गद्दी में बैठना चाहते हैं।