मुंबई। शिवसेना में फूट पड़ने के बाद उद्धव गुट लगातार शिंदे गुट एवं भाजपा को निशाने पर ले रहा है। कहा जा रहा है कि, शिवसेना दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रही है, लेकिन उद्धव का दावा है कि शिवसेना में लगातार शामिल होने वालों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्यपाल […]
मुंबई। शिवसेना में फूट पड़ने के बाद उद्धव गुट लगातार शिंदे गुट एवं भाजपा को निशाने पर ले रहा है। कहा जा रहा है कि, शिवसेना दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रही है, लेकिन उद्धव का दावा है कि शिवसेना में लगातार शामिल होने वालों की संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खड़े होने को लेकर आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा है कि, छत्रपति शिवाज आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला व्यक्ति पीएम के साथ क्यों खड़ा है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाले 701 किलोमीटर लंबे समृद्धि महामार्ग के पहले चरण के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने शिरकत की वहीं उनके साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी मौजूद थे। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई अहम नेता नागपुर में मौजूद रहे।
इस समारोह में भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ भगत सिंह कोश्यारी की मौजूदगी को लेकर उद्धव ठाकरे ने आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा है कि, छत्रपति शिवाजी का अपमान करने वाले भगत सिंह कोश्यारी के साथ पीएम मोदी का खड़ा होना सही बात नहीं है, उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी की मौजूदगी पर आपत्ति जताई है।
कुछ समय पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवाजी को लेकर कथित रूप से विवादित बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि, शिवाजी तो पुराने युग की बात है, मैं नए युग की बात कर रहा हूं, डॉ. भीमराव अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक सभी आइकन आपको यहाँ मिल जाएंग।
इस बयान को लेकर कोश्यारी की काफी किरकिरी हुई थी, इस बयान को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने सामना में अपने लेख के माध्यम से भाजपा पर हमला बोला था, उन्होंने कहा था कि मुहम्मद साहब पर टिप्पणी को लेकर नुपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया गया, लेकिन शिवाजी पर बयान को लेकर भाजपा चुप क्यों है।