Advertisement
  • होम
  • Breaking News Ticker
  • मांगरोल विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी उठापटक!

मांगरोल विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी उठापटक!

नई दिल्ली : मांगरोल विधानसभा सीट ज़िला जूनागढ़ के अंतर्गत आती है । मांगरोल विधानसभा सीट में कोली समाज 40% और मुस्लिम आबादी 35% हैं साथ ही साथ एससी और एसटी की आबादी 9 प्रतिशत से भी अधिक है। कुल मतदाताओं की संख्‍या 225702 है जिसमें 114628 पुरूष और 111071 मह‍िला मतदाता हैं। इलाके की […]

Advertisement
मांगरोल विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी उठापटक!
  • December 8, 2022 4:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : मांगरोल विधानसभा सीट ज़िला जूनागढ़ के अंतर्गत आती है । मांगरोल विधानसभा सीट में कोली समाज 40% और मुस्लिम आबादी 35% हैं साथ ही साथ एससी और एसटी की आबादी 9 प्रतिशत से भी अधिक है। कुल मतदाताओं की संख्‍या 225702 है जिसमें 114628 पुरूष और 111071 मह‍िला मतदाता हैं।

इलाके की परेशानियां

इस इलाके में कई तरह की परेशानियां हैं जिसमें सबसे बड़ी परेशानी समुद्र से नज़दीकी की वजह से बढ़ती लवणता और इसकी वजह से खेती में होने वाली मुश्किलें हैं। यहां के किसान उपलब्ध जल संसाधनों का इस्तेमाल नहीं कर सकते जिस वजह से आम जनता कई बार सरकार से सिंचाई के लिए पानी की मांग करते हैं, इसके अलावा फसलों के बीमा योजना के तहत सहायता राशि मिलने में परेशानियां भी एक बड़ा मुद्दा है।

मांगरोल में मछली का व्यापार

मांगरोल विधानसभा क्षेत्र में एक मछली पकड़ने का एक बंदरगाह है, जिससे की मछलियों को पकड़कर यूरोप के बाज़ारों में बेचा जाता है और गुजरात के जूनागढ़ जिले की यह निर्वाचन सीट अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए आरक्षित है। इस सीट पर भारतीय ट्राईबल पार्टी (BTP) कांग्रेस और भजपा दोनों के लिए ही मुसीबत बनी हुई है क्योकिं दोनों बड़ी पार्टियों के संघर्ष के बीच में बीटीपी दोनों को परेशान करने का माद्दा रखती है।

 

भाजपा से भगवानजी करगटिया

64 वर्षीय भगवानजीभाई लाखाभाई करगटिया को इस चुनाव में मांगरोल विधानसभा सीट से उतारा है। पेशे से वो एक किसान हैं और उनकी शिक्षा-दीक्षा 10वीं तक हुई है। चुनाव आयोग को दिए अपने हलफ़नामे में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1.3 करोड़ रुपये बताई है। भगवानजीभाई के ऊपर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है और इस इलाके में वो एक अच्छी छवि के नेता माने जाते हैं।

कांग्रेस से बाबूभाई वाजा      

बाबूभाई वाजा की उम्र 70 साल है और उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई की है और पेशे से किसान हैं। बाबूभाई करगटिया मौजूदा समय में इस सीट से विधायक हैं। 2017 के गुजरात विधानसभा चुनावों में बाबूभाई वाजा को 71,654 वोट मिले थे, जो की वोटिंग प्रतिशत के लिहाज़ से 53.06 प्रतिसत था। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच की कड़ी टक्कर में बाबूभाई वाजा ने 13,914 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

आम आदमी पार्टी से पीयूष परमार

31 वर्षीय पीयूष परमार स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और पेशे से किसान हैं, हालाकि आम आदमी पार्टी का कहना हा की राजनीति में केवल साफ़-सुथरी छवि के ही लोगों को मौका दिया जाएगा लेकिन पीयूष परमार पर 3 आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं।

भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गाँधी ने छत पर खड़े बीजेपी कार्यकर्ताओं को दी फ्लाइंग किस

जानिए बाबरी के अलावा दुनिया के 5 मस्जिदों के संदर्भ में, जो दूसरे धर्मों के ‘मंदिरों – पूजा स्थलों’ को ध्वस्त कर इबादतगाह के लिए खड़े किए गए

Advertisement