मैनपुरी. उत्तर प्रदेश में तीन सीटों पर उपचुनाव खत्म हो गए हैं. इन तीनों ही सीटों के लिए आज मतदान हुआ है, फ़िलहाल, मतदान खत्म हो गया है. अब अगर हम मैनपुरी सीट की बात करें तो मैनपुरी में लगभग 51.20 प्रतिशत मतदान हुआ है. मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने ट्वीट कर कहा […]
मैनपुरी. उत्तर प्रदेश में तीन सीटों पर उपचुनाव खत्म हो गए हैं. इन तीनों ही सीटों के लिए आज मतदान हुआ है, फ़िलहाल, मतदान खत्म हो गया है. अब अगर हम मैनपुरी सीट की बात करें तो मैनपुरी में लगभग 51.20 प्रतिशत मतदान हुआ है.
मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने ट्वीट कर कहा है कि सुनने में आ रहा है की मैनपुरी सदर विधानसभा में बूथ संख्या 249, 250 एवं 251 पर खुद बड़े अधिकारी खड़े होकर वोटों को डंप कराकर बूथ कैप्चरिंग करवा रहे हैं, ऐसे में चुनाव आयोग को इसपर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए.
शिवपाल यादव की भतीजे अखिलेश से नजदीकी उनके लिए मुसीबतें बढ़ा सकती है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि हाल ही में शिवपाल यादव की सुरक्षा में कटौती की गई वहीं अब उनका सरकारी बंगला भी उनके हाथ से जा सकता है. दरअसल, राज्य संपत्ति विभाग में शिवपाल यादव के बंगला आवंटन की फाइल से धूल हटाकर निरीक्षण शुरू हो गया है और इसके साथ ही साथ ही गोमती रिवरफ्रंट से जुड़ी फाइलों को भी खंगाला जा रहा है.
दरअसल, साल 2018 में शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली थी, अपनी पार्टी बनाने के बाद उत्तर प्रदेश शासन को शिवपाल यादव की जान का खतरा लगा और उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई, उस समय सरकार ने लाल बहादुर शास्त्री मार्ग का 6 नंबर आलीशान बंगला भी शिवपाल यादव को एलॉट कर दिया था और फिर यही बंगला प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का केंद्रीय कार्यालय भी बन गया. साल 2018 से 2022 तक चाचा भतीजे की बीच जुबानी जंग भी चलती रही, लेकिन अब परिवार में एका हो गया है. ऐसे में सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा वापस ले ली है और अब उनका बंगला भी उनसे छीन सकता है.
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