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कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद- कन्नड़ झंडा फहराने पर छात्र की हुई पिटाई

नई दिल्ली। कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। जहाँ एक ओर महाराष्ट्र सरकार को इस मुद्दे को लेकर घेरने की कोशिश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर बेलगावी के एक कॉलेज समारोह मे एक छात्र द्वारा कर्नाटक का झंडा फहराने को लेकर कथित तौर पर उसे पीटने की घटना सामने आई है। […]

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कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद- कन्नड़ झंडा फहराने पर छात्र की हुई पिटाई
  • December 2, 2022 12:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। जहाँ एक ओर महाराष्ट्र सरकार को इस मुद्दे को लेकर घेरने की कोशिश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर बेलगावी के एक कॉलेज समारोह मे एक छात्र द्वारा कर्नाटक का झंडा फहराने को लेकर कथित तौर पर उसे पीटने की घटना सामने आई है। जसके चलते कर्नाटक का समर्थन करने वाले समूहों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।

क्या है पूरा मामला?

1960 में जन्मा बेलगावी का मामला फिर अपने चरम पर है। मौजूदा घटना बेलगावी के गोगटे कॉमर्स कॉलेजड की है जब एक छात्र ने एक समारोह के दौरान कर्नटक का झंडा लहरा दिया जिसके बाद वायरल हुए कथित वीडियो में अन्य छात्रों के द्वारा उस झंडा फहराने वाले छात्र को पीटते हुए देखा जा रहा है।
लेकिन सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस बात पर स्पषट्ता जाहिर नहीं की है कि, आखिर वास्तव में हिंसा का प्रमुख कारण क्या था?

कर्नाटक समर्थकों ने दिया यह बयान

कर्नाटक समर्थक समूह कन्नड़ रक्षणा वेकिके (केआरवी) का मानना है कि, छात्र को इसलिए पीटा गाय है क्योंकि उसने स्कूल के समारोह मे कर्नाटक का झंडा लहरा दिया था.
केआरवी के सदस्य दीपक गुडागा ने कहा है कि, कक्षा 12 के छात्र श्रेयस को मराठी भाषाई समूह द्वारा झंडा लहराने को लेकर पीटा गया था। इसके आलावा बेलगावी के कई कॉलेजों में मराठी भाषी समूहों का दबदबा है, उन्होने कहा कि, पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आईं थी। जहाँ कन्नड़ संस्कृति और उनके लोगों का अपमान किया गया था।

क्या दावा है महाराष्ट्र का ?

1960 के दसक से महाराष्ट्र का दावा है कि, कर्नाटक की सीमा के तमाम हिस्से में उसका अधिकार है हम आपको बता दें कि, इस हिस्से में लगभग 800 से अधिक गांव आते हैं।
कर्नाटक चाहता है कि, 800 से अधिक इन गांवों में जहाँ भी कन्नड़ बोली जाती है उसे कर्नाटक का हिस्सा बनाया जाए, इस सूची में लगभग 260 गांव आते हैं।

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