नई दिल्ली. इजरायल के फिल्म मेकर नदव लैपिड अपने हाल ही में दिए गए बयान के चलते सुर्ख़ियों में बने हुए हैं. उन्होंने बीते दिनों फिल्म कश्मीर फाइल्स को अश्लील प्रोपगैंडा बताया जिसके बाद उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है, एक ओर जहाँ उनके इस बयान की निंदा हो रही है तो वहीं […]
नई दिल्ली. इजरायल के फिल्म मेकर नदव लैपिड अपने हाल ही में दिए गए बयान के चलते सुर्ख़ियों में बने हुए हैं. उन्होंने बीते दिनों फिल्म कश्मीर फाइल्स को अश्लील प्रोपगैंडा बताया जिसके बाद उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है, एक ओर जहाँ उनके इस बयान की निंदा हो रही है तो वहीं दूसरी ओर उनके बयान की महबूबा मुफ्ती ने तारीफ की है. जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि आखिरकार एक व्यक्ति ऐसा निकला जिसने द कश्मीर फाइल्स पर सत्ताधारी पार्टी के प्रोपगैंडा का सच लोगों के सामने आकर कहा. महबूबा ने द कश्मीर फाइल्स पर नदव लैपिड के बयान की सराहना करते हुए कहा कि यह दुखद है कि सच्चाई का मुंह बंद करने के लिए कूटनीतिक चैनल का इस्तेमाल किया गया और कोई भी अब सच का साथ नहीं दे रहा.
रिलीज़ के कई महीनों बाद विवेक अग्निहोत्री की फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” एक बार फिर से चर्चा में आ गई है. दरअसल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को दुष्प्रचार करने वाली और एक भद्दी फिल्म बताया है. ये मामला अब गरमा गया है और नदव के बयान के चलते अब सिनेमा जगत में उनकी निंदा हो रही है. सिनेमा जगत के साथ ही सियासी जगत में भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बता दें जूरी प्रमुख नदव लापिद के खिलाफ गोवा में केस दर्ज करवाया गया है तो वहीं कांग्रेस ने भी भाजपा पर हमला बोला है.
दरअसल, इफ्फी 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिद ने कहा था कि फिल्म समारोह में कश्मीर फाइल्स दिखाए जाने से वो हैरान हैं. वहीं इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने दावा किया कि सरकार के स्तर से इस फिल्म का प्रचार हुआ और नतीजा यह हुआ कि अंतरारष्ट्रीय स्तर पर देश को इस फिल्म के चलते शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा.
इजराइली फिल्म मेकर लैपिड बोले- अश्लील और प्रोपेगेंडा बेस्ड है ‘द कश्मीर फाइल्स