नई दिल्ली। कोरोना के बाद अतंर्राष्ट्रीय बाजार की मंदी झेल रहे चीन के इरादे कुछ और ही हैं, इस दौरान चीन अपने युद्धक विकास को बढ़ाने मे लगा हुआ है। पेंटागन की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार परमाणु हथियार बनाने की गति को बढ़ा रहा है। इस बढ़ती गति को देखकर अमेरिका समेत सभी […]
नई दिल्ली। कोरोना के बाद अतंर्राष्ट्रीय बाजार की मंदी झेल रहे चीन के इरादे कुछ और ही हैं, इस दौरान चीन अपने युद्धक विकास को बढ़ाने मे लगा हुआ है। पेंटागन की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार परमाणु हथियार बनाने की गति को बढ़ा रहा है। इस बढ़ती गति को देखकर अमेरिका समेत सभी यूरोपीय देशों में चिंता बनी हुई है। चीन के परमाणु निर्माण की गति आने वाले समय मे विश्व के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।
पेंटागन की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार चीन परमाणु हथियारों के निर्माण की गति को लगातार बढ़ाता जा रहा है, इस साफ ज़ाहिर होता है कि, चीन अपने युद्धक विकास मे लगा हुआ है। रिपोर्ट मे कहा गया है कि, यदि चीन इसी गति से परमाणु हथियारों के निर्माण में लगा रहा तो 2035 तक चीन के पास 1500 परमाणु हथियार होंगे।
चीन द्वारा परमाणु हथियारों के बढ़ते आंकड़े से अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान मे चीन के पास 400 से अधिक परमाणु हथियारों का भण्डार है।
चीन ने इस बात को स्वयं ही कबूल किया है कि, उसके हथियारों का भण्डार रूस और अमेरिका से बहुत छोटा है। साथ ही उसने कहा कि, वह सदैव बातचीत के लिए तैयार है लेकिन ऐसा तब मुमकिन है जब अमेरिका अपने परमाणु भंडार को चीन के स्तर तक कम कर दे, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार अमरिका कै पास लगभग परमाणु हथियारों की संख्या 3700 है और लगभग 1740 परमाणु हथियरा हमेशा तैनात रहते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार यह दावा किया गया है कि, विश्व के 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं, इस देशों की सूची मे रूस, ब्रिटेन, अमेरिका , पाकिस्तान, भारत चीन, इस्राइल और उत्तर कोरिया शामिल है।
इन देशों मे सबसे ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास हैं जबकि अमरिका के पास 5800 ब्रिटेन के पास 225, फ्रांस के पास 290 चीन के पास, 350 एवं भारत के पास 156 परमाणु हथियार हैं।