कोलकाता. पश्चिम बंगाल में इस समय सियासी सरगर्मियां छाई हुई हैं. यहाँ के उत्तर 24 परगना के नैहाटी इलाके में डेंगू के खिलाफ भाजपा के नगर निगम के अभियान के दौरान पुलिस की मौजूदगी में भाजपा की महिला समर्थक को तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर दौड़ा-दौड़ाकर मारने-पीटने का आरोप लगा है. दरअसल, बीते दिन यानी कि […]
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में इस समय सियासी सरगर्मियां छाई हुई हैं. यहाँ के उत्तर 24 परगना के नैहाटी इलाके में डेंगू के खिलाफ भाजपा के नगर निगम के अभियान के दौरान पुलिस की मौजूदगी में भाजपा की महिला समर्थक को तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर दौड़ा-दौड़ाकर मारने-पीटने का आरोप लगा है. दरअसल, बीते दिन यानी कि शनिवार को नैहाटी नगर पालिका के सामने तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों में भिड़ंत हो गई थी. इस भिड़ंत में भाजपा के कई कार्यकर्ता घायल हो गए.
बता दें कि इस घटना के बाद भाजपा ने तृणमूल के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया है. ऐसे में, भाजपा ने आरोप लगाया कि पार्टी की इस भिड़ंत के दौरान महिला कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया गया. रविवार को इस हमले के खिलाफ भाजपा समर्थकों ने धिक्कार जुलूस निकाला. वहीं, दूसरी ओर, तृणमूल ने जवाबी दावा किया कि, “ये जवाब पार्टी ने नहीं बल्कि आम आदमी ने दिया है.”
बंगाल की सियासत इस समय गरमा गई है. दरअसल, बीते दिन बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच हुई मुलाकात से बंगाल की राजनीति में खलबली मच गई है. विधानसभा में पहली बार विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सीएम ममता बनर्जी के कक्ष में गये और उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने शुभेंदु अधिकारी को अपना भाई भी बताया और उन्हें उनके पिता शिशिर अधिकारी को उनका प्रणाम कहने के लिए कहा. राज्य की राजनीति में इस मुलाकात को लेकर खूब चर्चे हो रहे हैं, अब ये तो जगजाहिर है कि शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी के संबंध अच्छे नहीं रहे हैं और ऐसे में दोनों की मुलाकात होना कई अफवाहों को हवा दे रहा है.
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