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श्रद्धा को हिमाचल में मारना चाहता था आफताब, नहीं मिला मौका

नई दिल्ली। श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब को लेकर पुलिस द्वारा रोज़ नए दावे किए जा रहे हैं, इस दौरान पुलिस की जांच मे यह पता चला है कि, शायद आफताब श्रद्धा को हिमाचल की खाईयो में मारना चाहता था। पुलिस की जांच के दौरान आफताब और श्रद्धा के हिमाचल जाने के सबूत के साथ-साथ […]

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श्रद्धा को हिमाचल में मारना चाहता था आफताब, नहीं मिला मौका
  • November 27, 2022 8:50 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब को लेकर पुलिस द्वारा रोज़ नए दावे किए जा रहे हैं, इस दौरान पुलिस की जांच मे यह पता चला है कि, शायद आफताब श्रद्धा को हिमाचल की खाईयो में मारना चाहता था। पुलिस की जांच के दौरान आफताब और श्रद्धा के हिमाचल जाने के सबूत के साथ-साथ कुछ ऐसी बातों का भी पता चला है जिससे यह महसूस हो रहा है कि, आफताब श्रद्धा को हिमाचल में हीं मारना चाहता था।

क्या पता चला पुलिस को?

दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में यह पाया है कि, हिमाचल में कसोल से तीस किलोमीटर आगे तोष गांव में आफताब एक छोटे से होटल में श्रद्धा के साथ ठहरा हुआ था, आफताब ने इस होटल में ठहरने के दौरान खुद को किसी लोकल शख्स का जानकार बताकर रजिस्टर में एंट्री भी नहीं की थी। आफताब द्वारा बस एक आधार कार्ड होटल कर्मी को दिया गया था उसकी जांच भी पुलिस द्वारा की जा रही है कि वह आधार कार्ड असली है या नकली।
पुलिस का शक अब पूरी तरह गहरा हो गया है कि, आफताब श्रद्धा को हिमाचल की खाइयों में ही मारना चाहता था लेकिन उसे मौका नहीं मिल सका।

इस बात पर भी हो रहा है शक

पुलिस को जब आफताब के कसोल जाने की जानकारी प्राप्त हुई तो पुलिस की एक टीम वहाँ के लिए रवाना हो गई वहां पहुंचने के बाद पुलिस ने यह पाया की कसोल से तीस किलोमीटर दूर तोष गांव पहुंचने मे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रास्ते खराब है और गांव के होटल भी ठीक नहीं हैं
इस बात को लेकर पुलिस का शक इसलिए गहरा गया, क्योंकि इतनी दिक्कतों का सामना करके कोई भी व्यक्ति घूमने नहीं जा सकता।

लिस्ट खंगाल रही है पुलिस

दिल्ली पुलिस और हिमाचल पुलिस साथ मिलकर सभी होटल के अपैल के महीने के रजिस्टर खंगाल रही है। पुलिस ने सभी होटल को नोटिस दे दिया है कि, अप्रैल महीने में ठहराने वाले गेस्ट्स की लिस्ट चाहिए। हम आपको बता दें की तोष पहुंचने के लिए बेहद ही खराब रास्तों पर सफर करना पड़ता है, कई जगह लैंड स्लाइडिंग भी होती रहती है वहां गाड़ी नहीं पहुंच पाती है। इसके बावजूद आफताब का तोष गांव में रुकने का फैसला शक के दायरे में आ रहा है।

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