नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दो साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आज शनिवार किसान संघ देश भर के राजभवनों तक मार्च निकालेंगे सरकार द्वारा उनकी मांगे पूरी होने को लेकर वह अपना विरोध दर्ज करवाते हुए किसान संघ देश भर के राजभवनों तक मार्च निकालकर अपने विरोध को दिखाएंगे। क्या मांगें है किसानों […]
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दो साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आज शनिवार किसान संघ देश भर के राजभवनों तक मार्च निकालेंगे सरकार द्वारा उनकी मांगे पूरी होने को लेकर वह अपना विरोध दर्ज करवाते हुए किसान संघ देश भर के राजभवनों तक मार्च निकालकर अपने विरोध को दिखाएंगे।
सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को दो वर्ष पूरे हो गए हैं, इन दो वर्ष के पूरा होने के उपलक्ष्य में देश भर के किसान संघ समस्त देश के राजभवनों तक मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे, हम आपको बता दें कि किसान नेताओं ने शुक्रवार को कहा था कि, सरकार ने किसान संघों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होने कहा कि, सरकार ने लिखिल रूप में यह वादा किया था कि वह चर्चा करके फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) के लिए कानून लाएगी, लेकिन अब तक यह वादा पूरा नहीं किया गया। इस दौरान पंजाब के भी 33 किसान संघ भी संयुक्त किसान मोर्चा के इस मार्च में भाग लेकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे।
सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को काला कानून की उपाधि देकर तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग की थी। एक साल से भी अधिक चले प्रदर्शन के कारण पिछले साल नवंबर मे सरकार ने तीनों कानूनों को रद्द करने की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद आंदोलन समाप्त हो गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि, सरकार द्वारा हमें लिखित आश्वासन दिया गया था और कई मांगो पर सहमति भी जताई थी लेकिन सरकार द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। उनका कहना है कि, सरकार ने देश के किसानों के साथ धोखा किया है। साथ ही सरकार ने यह साबित कर दिया है कि, किसानों की मांगो को पूरा करने का उनका कोई इरादा नहीं है।