नई दिल्ली। इंडोनेशिया में पिछले दिन कई भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। लेकिन सोमवार को एक शक्तिशाली भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी, रिक्टर स्कैल पर जिसकी तीव्रता 5.6 बताई जा रही है। इस भयानक भूकंप में 271 लोगों की मौत हुई और 700 से ज्यादा लोग घायल हैं और तकरीबन 40 लोग […]
नई दिल्ली। इंडोनेशिया में पिछले दिन कई भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। लेकिन सोमवार को एक शक्तिशाली भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी, रिक्टर स्कैल पर जिसकी तीव्रता 5.6 बताई जा रही है। इस भयानक भूकंप में 271 लोगों की मौत हुई और 700 से ज्यादा लोग घायल हैं और तकरीबन 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप आना कोई नई बात नहीं है, दरअसल, इंडोनेशिया में हर साल ऐसे कई भूकंप आते हैं, जिसमें सेकेंडों की संख्या में लोगों की जान जाती है। भारत में पिछले कुछ समय से कई भूकंप आए हैं, हालांकि इनकी तीव्रता ज्यादा नहीं थी, इसी वजह से जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ.
भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग के कारण भी भूंकप आता है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है। अगर स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता होती है तो इसे हल्का भूकंप माना जाता है, वहीं तीव्रता 6 से अधिक होती हे तो इसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है।
दरअसल में पृथ्वी के अंदर 7 प्लेटलेट्स हैं। यह सभी प्लेटलेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जिस जगह पर ये प्लेटलेट्स टकराती है उसे फॉल्ट लाइन कहा जाता है। जब उनमें टकराव होता है तो उसके कोने मुड़ने लगते हैं। दबाव जब बढ़ जाता है तो ये प्लेटलेट्स टूटने भी लगती हैं। उनके टूटने के कारण पैदा हुई ऊर्जा बाहर निकलती है और भूकंप आता है।
एक अनुमान के मुताबिक हर साल दुनियाभर में करीब 20 हजार भूकंप के झटके दर्ज किए जाते हैं। हालांकि कुछ दावे ऐसे भी हैं कि ये भूकंप के झटके हजारों में नहीं बल्कि लाखों में होते हैं लेकिन इनमें ज्यादातर काफी हल्के होते हैं इसीलिए ये सिस्मोग्राफ पर दर्ज नहीं हो पाते हैं।
Suryakumar Yadav: आईसीसी ने जारी की ताजा टी-20, सूर्यकुमार नंबर 1 पर काबिज
Ravindra Jadeja: भारत को बड़ा झटका, बांग्लादेश दौरे से बाहर हुए रवींद्र जडेजा