नई दिल्ली. श्रद्धा हत्याकांड रोज़ नए मोड़ ले रहा है, इस मामले में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस को आरोपी आफ़ताब के खिलाफ सबूत तो मिले हैं लेकिन अब तक पुलिस को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे आफ़ताब को दोषी सिद्ध किया जा सके. इस मामले में सच की तह तक […]
नई दिल्ली. श्रद्धा हत्याकांड रोज़ नए मोड़ ले रहा है, इस मामले में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस को आरोपी आफ़ताब के खिलाफ सबूत तो मिले हैं लेकिन अब तक पुलिस को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे आफ़ताब को दोषी सिद्ध किया जा सके. इस मामले में सच की तह तक पहुँचने के लिए पुलिस आफ़ताब का नार्को टेस्ट करवाने वाली है. पहले आज ही आफ़ताब का नार्को टेस्ट होने वाला था लेकिन फिर इसे टाल दिया गया.
इस संबंध में फोरेंसिक साइकोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ पुनीत पुरी ने बताया कि नार्को टेस्ट से पहले पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाता है और इसके लिए अदालत की मंजूरी चाहिए होती है. फ़िलहाल, अदालत ने नार्को टेस्ट की मंजूरी दी थी. अगर आज कोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए मंजूरी मिल जाती है, तो 10 दिन में आफताब के नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
बता दें, आफताब मुंबई के जिस होटल में पहले शेफ था, दिल्ली पुलिस वहां भी जांच करने वाली है, वहां संबंधित स्टाफ से पूछताछ की जा सकती है. इसके साथ ही इस मामले में एक वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर श्रद्धा मर्डर केस में सीबीआई जांच की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि यह घटना 6 महीने पुरानी है और ऐसे में प्रशासनिक स्टाफ की कमी, सबूतों और गवाहों को खोजने के लिए पर्याप्त तकनीकी और वैज्ञानिक उपकरणों की कमी की वजह से पुलिस इस मामले में कुशलता से जांच नहीं कर सकती है, ऐसे में सीबीआई को इस मामले में जांच करनी चाहिए.
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