मुंबई. राहुल गांधी का वीर सावरकर वाला बयान इस समय सुर्ख़ियों में है, इस मामले में राजनीति गरमाई हुई है. हर कोई, राहुल गाँधी पर निशाना साध रहा है, इस क्रम में भाजपा ने तो राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए यहाँ तक बोल दिया कि उन्हें इतिहास पढ़ना चाहिए. राहुल गाँधी के इस बयान […]
मुंबई. राहुल गांधी का वीर सावरकर वाला बयान इस समय सुर्ख़ियों में है, इस मामले में राजनीति गरमाई हुई है. हर कोई, राहुल गाँधी पर निशाना साध रहा है, इस क्रम में भाजपा ने तो राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए यहाँ तक बोल दिया कि उन्हें इतिहास पढ़ना चाहिए. राहुल गाँधी के इस बयान के चलते महाविकास अघाड़ी में फूट पड़ने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि जयराम रमेश ने राहुल गाँधी का बचाव किया है और सफाई दी है.
दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के महाराष्ट्र चरण के दौरान वीर सावरकर के एक कथित पत्र को लेकर उन पर खूब निशाना साधा था. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर आजादी से पहले अंग्रेजों से माफी के पत्र पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे नेताओं को धोखा देने का आरोप लगाया है. इसी बयान के चलते इस समय राहुल गाँधी घिरे हुए हैं. वहीं, ये भी कहा जा रहा है कि सावरकार के अपमान के चलते उद्धव ठाकरे यूपीए छोड़ सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इन सभी बातों का खंडन किया है.
इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गाँधी ने हिन्दुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर निशाना नहीं साधा है बल्कि सिर्फ ऐतिहासिक तथ्यों को सामने रखा है. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र में बुल्ढाणा जिले के शेगांव पहुंचने पर, यहां मीडिया से बात करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना भले ही सावरकर पर राहुल गांधी के विचारों का समर्थन नहीं करती है, लेकिन इसका महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.