Earthquake: पंजाब के कई शहरों में भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 4.1 की थी तीव्रता

चंडीगढ़। देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। वहीं सोमवार को पंजाब के कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सोमवार को पंजाब के अमृतसर समेत कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमृतसर में रिक्टर पैमाने पर […]

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Earthquake: पंजाब के कई शहरों में भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 4.1 की थी तीव्रता

SAURABH CHATURVEDI

  • November 14, 2022 7:29 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

चंडीगढ़। देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। वहीं सोमवार को पंजाब के कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

सोमवार को पंजाब के अमृतसर समेत कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमृतसर में रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 की मापी गई। इससे 1 हफ्ते पहले ही दिल्ली-एनसीआर में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। यहां पर 9 नवंबर को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.3 नापी गई थी।

सुबह 3.42 पर महसूस हुए झटके

बता दें कि सोमवार की सुबह 3.42 पर पंजाब के अमृतसर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमानै पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई। पंजाब में सुबह आए इस भूकंप से एक सप्ताह पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं।

पहले मणिपुर था भूकंप का केंद्र

गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले मंगलवार को नेपाल और उत्तर भारत कई राज्यों में रात में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र नेपाल का मणिपुर और तीव्रता 6.3 की थी। नेपाली मीडिया के अनुसार भूकंप की वजह से दोती जिले में एक घर गिरने से 6 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, भारत में इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था।

भूंकप आने की वजह जानिए…

भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप आने की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके साथ ही उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग के कारण भी भूंकप आता है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है। अगर स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता होती है तो इसे हल्का भूकंप माना जाता है, वहीं तीव्रता 6 से अधिक होती हे तो इसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है।

ऐसे लगाते हैं तीव्रता का अंदाजा

बता दें कि भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। ये लहर सैकड़ों किलोमीटर तक फैली होती है, जिससे कंपन होता है और धरती में दरारें पड़ जाती हैं। भूकंप का असर अगर कम गहराई पर होता है तो उससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी नजदीक होती है, जिससे तबाही ज्यादा होती है।

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