रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर शहर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है।ये सदस्यता 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आजम की हेट स्पीच के मामले में रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट से तीन साल की सजा होने के बाद रद्द की गई है।अब आजम कोर्ट की […]
रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर शहर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है।ये सदस्यता 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आजम की हेट स्पीच के मामले में रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट से तीन साल की सजा होने के बाद रद्द की गई है।अब आजम कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर चुके हैं।
आजम खान को इस मामले में जमानत मिल चुकी है,लेकिन विधानसभा सदस्य को बहाल कराने के साथ ही सजा पर स्टे कराने की कोशिश है,लेकिन भाजपा के दावेदारों ने रामपुर शहर विधानसभा से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यहां पर सबसे मजबूत दावेदार पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के बेटे 2022 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी आकाश सक्सेना हनी हैं। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष अभय गुप्ता, डॉक्टर तनवीर अहमद खां समेत दर्जनभर दावेदार टिकट पाने की कोशिश में जुटे हैं।
आकाश सक्सेना 10 महीने पहले भी आजम खान के खिलाफ चुनाव लड़ा था।चुनाव के समय आजम सीतापुर जेल में बंद थे।इसके बाद भी आजम को 13,1,225 वोट मिले थे। आकाश सक्सेना को 76084 वोट मिले थे।सपा प्रत्याशी आजम को 59.71 फीसदी,भाजपा प्रत्याशी आकाश को 34.62 फीसदी,बसपा प्रत्याशी सदाकत हुसैन को 2.25, फीसदी, कांग्रेस प्रत्याशी काजिम अली खां को 1.82 और आप प्रत्याशी फैसल खां को 0.83 फीसदी वोट मिले थे।
इससे पहले 2017 में विधानसभा चुनाव में आजम खान को 47.47 फीसदी यानी 102,100 और भाजपा के शिव बहादुर सक्सेना को 25.69 फीसदी 55258 वोट मिले थे। 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.तनवीर अहमद खान को सिर्फ 32503 और आजम को 95772 वोट मिले।आजम लगभग 58 हजार वोटों से जीते थे।अगर आजम को कोर्ट से राहत नहीं मिली तो इस बार रामपुर सीट पर सपा का प्रत्याशी कोई और होगा,क्योंकि,आजम पर सजा के साथ 6 वर्ष तक चुनाव लड़ने की पाबंदी लग गई है।ऐसे में आजम की पत्नी के प्रत्याशी होने की संभावना है।
आपको बता दें कि रामपुर ऐसा इलाका है जहां चुनाव हिंदू मुस्लिम नहीं होता।यहां के हिंदू भी आजम खान को वोट देते हैं,लेकिन रामपुर की वजह से अन्य सीट पर चुनाव हिंदू मुस्लिम हो जाता है।रामपुर में 55.57 फीसदी मुसलमान और हिंदू मतदाताओं की संख्या 42.97 फीसदी है।इसके अलावा लगभग तीन फीसदी सिख समुदाय के लोग हैं।यहां आजम का दबदबा था,लेकिन कुछ महीने पहले हुए रामपुर लोकसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी की हार हुई थी।हालांकि यहां का मुस्लिम वोट लगातार सपा को मिलता रहा है,लेकिन नवाब परिवार हमेशा आजम के विरोध में रहा है।
कुल मतदाता- 3,87,385
पुरुष- 2,05,971
महिला- 1,81,107
किन्नर – 307
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