Gujarat Election 2022: अहमदाबाद। गुजरात चुनावों को लेकर भाजपा ने कवायदें और तेज़ कर दी हैं, चुनावों के मद्देनज़र अमित शाह गुजरात दौरे पर पहुंच गए हैं। इस दौरे में अमित शाह सभी सीटों को ज़ोन में बांटकर रणनीति तैयार कर रहे हैं। पिछले चुनावों में भाजपा मात्र 99 सीटों पर ही सिमट गई थी […]
अहमदाबाद। गुजरात चुनावों को लेकर भाजपा ने कवायदें और तेज़ कर दी हैं, चुनावों के मद्देनज़र अमित शाह गुजरात दौरे पर पहुंच गए हैं। इस दौरे में अमित शाह सभी सीटों को ज़ोन में बांटकर रणनीति तैयार कर रहे हैं। पिछले चुनावों में भाजपा मात्र 99 सीटों पर ही सिमट गई थी जबकी गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। आम आदमी पार्टी की दमदार एंट्री से भाजपा में खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
प्रवासी मतदाताओंं को लुभाने के लिए भी अमित शाह ने रणनीति बनाई है और अधिक से अधिक क्षेत्रों में स्वयं कमान संभालते हुए पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार अच्छे परिणामों की आशा कर रहे हैं।
चुनावों के मद्देनजर गठित कमेटी के आब्जर्वर सभी क्षेत्रों के मतदाताओं से फीडबैक लेंगे तथा नकारात्मक फीडबैक आने पर उम्मीदवार का टिकट काट दिया जाएगा।गुजरात में नेता के बागी होने का खतरा भाजपा को नही है क्योंकि गुजरात मे वोट प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही डाला जाएगा , इसलिए बागाी नेता मतों पर किसी भी प्रकार का असर नही डाल सकेंगे।
सूत्रों की मानें तो लगभग 25 फीसदी नेताओं का टिकट कटने के आसार हैं। इस रणनीति के चलते अमित शाह का मानना है कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार परिणाम चौंकाने वाले होंगे।
गुजरात में प्रवासियों की संख्या बहुत अधिक है। यहां राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र के प्रवासी हैं राजस्थान के लगभग 15 लाख से अधिक प्रवासी गुजरात में हैं। प्रवासियों के वोट बैंक को साधने के लिए राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र के मुख्य नेताओं की ड्युटी गुजरात में अमित शाह के नेतृत्व में लगा दी है। यह सभी नेता प्रवासी वोटों तो साधने के लिए कवायदें करेंगे।
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