नई दिल्ली. हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसे लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे. इसके अलावा ग्रहण […]
नई दिल्ली. हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसे लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे. इसके अलावा ग्रहण में क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये भी सवाल है, वहीं सबसे बड़ा सवाल है कि गर्भवती महिलाऐं ग्रहण काल के दौरान क्या न करें-
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाली हानिकारक किरणें हर किसी के जीवन को प्रभावित करती हैं, वहीं इन हानिकारक किरणों का सबसे ज्यादा प्रभाव गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर पड़ता है.
सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर बिल्कुल भी नहीं निकलना चाहिए. क्योंकि इस समय निकलने वाली सूर्य की हानिकारक किरणें उनके सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, माना जाता है कि सूर्यग्रहण के दौरान अगर गर्भवती महिलाऐं नुकीली चीज़ों का इस्तेमाल करती हैं तो उनके बच्चे में विकृत मानसिकता आती है.
सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार की सिलाई-कढ़ाई का काम भी न करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटने, कपड़े की सिलाई करने व नुकीली और धारदार उपकरणों के काम से बचना चाहिए. कहा जाता है की गर्भावस्था के दौरान अगर महिलाएं ऐसा करती हैं तो उनके बच्चों को शारीरिक दिक्कतें हो सकती हैं.
25 अक्टूबर को भारत में जो सूर्य ग्रहण लगेगा, वह आंशिक ग्रहण होगा लेकिन इसका असर देश भर में देखने को मिलेगा. बता दें, ग्रहण के समय सूतक काल 12 घंटे पहले से ही शुरू हो जाता है. ऐसे में इस साल ग्रहण का सूतक काल भोर में सुबह 4 बजे के बाद मान्य होगा.
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