नई दिल्ली. कोरोना प्रकोप को बीते भले ही दो साल हो गए हो लेकिन अब भी कोरोना का सफर जारी है, ऐसे में कोरोना के एक और नए वेरिएंट की एंट्री हो गई है. पिछले साल दक्षिण अफ्रीका से आए कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने देश भर में तबाही मचाई थी, इसके बाद इसके कई […]
नई दिल्ली. कोरोना प्रकोप को बीते भले ही दो साल हो गए हो लेकिन अब भी कोरोना का सफर जारी है, ऐसे में कोरोना के एक और नए वेरिएंट की एंट्री हो गई है. पिछले साल दक्षिण अफ्रीका से आए कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने देश भर में तबाही मचाई थी, इसके बाद इसके कई और वेरिएंट भी सामने आए, जिसने और लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया. इसी कड़ी में अब कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रॉन का भी एक और नया वेरिएंट सामने आ गया है जिसने त्योहारी मौसम में लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है. देश में ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट्स BA.5.1.7 और BF.7 भी सामने आए हैं. देश में एक बार फिर त्योहारों पर कोरोना का ख़तरा मंडराने लगा है, इसके मद्देनजर राज्य सरकारों ने एडवाइज़री भी जारी कर दी है. इसी बीच, बीते दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक की.
मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अधिकारियों को जल्द से जल्द इस वेरिएंट के बारे में सब कुछ पता लगाने के निर्देश दिए हैं, और जीनोम सीक्वेंसिंग में तेज़ी लाए. इसके साथ ही, स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में एक प्रभावी रणनीति बनाने के भी निर्देश दिए हैं.
भारत में BF.7 सब वेरिएंट के पहले मामले के बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने पुष्टि कर दी है, रिसर्च सेंटर ने ही इस वेरिएंट के पहले मामले के बारे में जानकारी दी है, वहीं इस नए वेरिएंट को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट ने सावधानी बरतने को भी कहा है, बता दें कि एकाएक चीन में कोरोना के मामले बढ़ने का कारण यही वेरिएंट है. चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण BF.7 और BA.5.1.7 वेरिएंट ही बताया गया था, जिसके बाद वहां कठोर लॉकडाउन लगा दिया गया था, चीन के बाद अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और बेल्जियम में भी इस नए वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं.
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