नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर कुछ महीनों से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच खींचतान चल रही है. वहीं, अब एमसीडी चुनाव के लिए रास्ता साफ़ हो गया है, दरअसल, एमसीडी के वार्डों में परिसीमन का काम पूरा हो चुका है और अब केंद्र सरकार ने इस दिशा में अधिसूचना भी […]
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर कुछ महीनों से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच खींचतान चल रही है. वहीं, अब एमसीडी चुनाव के लिए रास्ता साफ़ हो गया है, दरअसल, एमसीडी के वार्डों में परिसीमन का काम पूरा हो चुका है और अब केंद्र सरकार ने इस दिशा में अधिसूचना भी जारी कर दी है. बता दें, दिल्ली नगर निगम में परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या घटकर 250 हो गई है, ये पहले 272 हुआ करती थी.
दिल्ली नगर निगम में अब 42 वार्डों को अनुसूचित जाति यानी SC के लिए आरक्षित रखा गया है, जिसके तहत अब राज्य चुनाव आयोग महिलाओं और अनुसूचित जातियों के लिए चिन्हित सीटों से संबंधित नोटिफिकेशन जारी करेगा. वहीं, केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन के बाद उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली नगर निगम चुनाव घोषित कर दिए जाएंगे.
इससे पहले नगर निगम में 250 नए वार्डों की परिसीमन प्रक्रिया में आपत्ति और सुझाव मांगे गए थे, जिसके आधार पर अब परिसीमन का काम भी पूरा किया जा चुका है. बता दें, राज्य निर्वाचन आयोग ने हर वार्ड के लिए एक अधिकारी को जिम्मेदारी दे रखी है.
दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने चुनाव के लिए पोलिंग, काउंटिंग और चुनावी अधिकारियों की तैनाती की प्रक्रिया के लिए काम शुरू कर दिया है. चुनाव आयोग की तैयारियों से तो लगता है कि साल 2022 के आखिर में या नए साल की शुरुआत में नगर निगम चुनाव हो सकता है, गौरतलब है, दिल्ली में इस बार सरकार ने निगमों का एकीकरण किया गया है, निगमों के एकीकरण को लेकर भी बहुत हंगामा हुआ था, आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि हार के डर से ऐसा किया जा रहा है.
Himachal Election: कांग्रेस ने जारी की 46 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट