Advertisement
  • होम
  • राजनीति
  • पहली बार हिंदी में डॉक्टरों की पढ़ाई, अमित शाह ने कहा शिवराज ने पूरी की इच्छा

पहली बार हिंदी में डॉक्टरों की पढ़ाई, अमित शाह ने कहा शिवराज ने पूरी की इच्छा

नई दिल्ली. भारत में अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी की जा सकेगी, और ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के भोपाल-ग्वालियर में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं, इस दौरान उन्होंने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस हिंदी पाठ्यक्रम पुस्तक […]

Advertisement
पहली बार हिंदी में डॉक्टरों की पढ़ाई, अमित शाह ने कहा शिवराज ने पूरी की इच्छा
  • October 16, 2022 3:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. भारत में अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी की जा सकेगी, और ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के भोपाल-ग्वालियर में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं, इस दौरान उन्होंने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस हिंदी पाठ्यक्रम पुस्तक का विमोचन किया और कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने सपना पूरा किया, अमित शाह ने कहा कि आज का दिन भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत ख़ास है, आने वाले समय में जब भी आने वाले दिनों में इतिहास लिखा जाएगा आज के दिन को स्वर्ण के अक्षरों से लिखा जाएगा.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पीएम मोदी ने प्राथमिक शिक्षा, टेक्निकल और मेडिकल की शिक्षा में बच्चे की मातृभाषा को अहमियत देकर ऐतिहासिक फैसला लिया है, वहीं शिवराज सिंह सरकार ने देश में सबसे पहले एमबीबीएस की शिक्षा हिंदी में शुरू करके प्रधानमंत्री की इच्छा पूरी की है.

तीन MBBS पुस्तक का विमोचन

दरअसल गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी में चिकित्सा शिक्षा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत एमबीबीएस प्रथम वर्ष के भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में तीन हिंदी पुस्तकों का विमोचन किया, बता दें आज जिन तीन पुस्तकों का विमोचन किया गया, उनके नाम एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री हैं, जिन्हें 97 चिकित्सकों की टीम ने प्रचलित अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी रूपांतरण किया है.

वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि हिन्दी माध्यम की शिक्षा कई विद्यार्थियों के जीवन में नया प्रकाश लेकर आएगी, हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई है, यह एक सामाजिक क्रांति है. आज गरीब परिवार का बेटा भी मेडिकल की पढ़ाई के बारे में सोच सकता है, चौहान ने कहा कि प्रदेश में मातृ-भाषा हिन्दी में अध्ययन और अध्यापन को प्रोत्साहित करने और हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई करवाई जाएगी.

 

UP PET 2022: 11 जिले, सॉल्वर गैंग के 23 लोग, 6 लाख से ज्यादा ने छोड़ी परीक्षा

 

Advertisement