Karwa Chauth: यहाँ चाँद देखने के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार, बादल छाए रहने के आसार

नई दिल्ली। आज देशभर में करवा चौथ का त्यौहार मनाया जा रहा है। महिलाएं अखंड सुहाग के लिए आद सुबह से पूरे दिन व्रत रखेंगी, रात में चांद देखने के बाद व्रत पूरा हो जाएगा। बता दें कि ये व्रत निर्जला होता है, व्रत रखने वाली महिलाएं पूरे दिन जल ग्रहण नहीं करती है। इस […]

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Karwa Chauth: यहाँ चाँद देखने के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार, बादल छाए रहने के आसार

Aanchal Pandey

  • October 13, 2022 9:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। आज देशभर में करवा चौथ का त्यौहार मनाया जा रहा है। महिलाएं अखंड सुहाग के लिए आद सुबह से पूरे दिन व्रत रखेंगी, रात में चांद देखने के बाद व्रत पूरा हो जाएगा। बता दें कि ये व्रत निर्जला होता है, व्रत रखने वाली महिलाएं पूरे दिन जल ग्रहण नहीं करती है।

इस बार के करवा चौथ के दिन देश के कई राज्यों में मौसम खराब है, ऐसे में सबके मन में सवाल हैं कि चंद्रमा के दर्शन होंगे या नहीं, दर्शन होंगे भी तो कब होंगे?

मौसम विभाग की मानें तो आज बिहार के कई जिलों में भारी बारिश के आसार हैं, दरअसल फिलहाल बिहार में पछुआ और दक्षिण पछुआ पवनें बह रही हैं, जिनके कारण बादल छाए रहने के आसार हैं. ऐसा कहा गया है आने वाले दो दिन बिहार में बारिश हो सकती है, ऐसे में यहाँ चाँद निकलने में थोड़ी देरी हो सकती है. आइए आपको बताते हैं कि आज आपके शहर में कब चंद्रमा के दर्शन होंगे….

दिल्ली- 8.09
लखनऊ- 7.58
शिमला- 8.04
भोपाल- 8.21
मुंबई- 8.48
अहमदाबाद- 8.41
चंडीगढ़- 8.06
रांची- 7.48
पटना- 7.44
देहरादून- 8.02
जयपुर-8.19
आगरा- 8.09
रायपुर- 8.07
बनारस- 7.53
मनाली- 8.01
कानपुर- 8.01
कोलकाता- 7.37
गुवाहाटी- 7.15
पुणे- 8.54
इंदौर- 8.28

शुभ मुहूर्त-

शाम- 6:00 बजे से 7:30 बजे तक
रात- 8:00 बजे से 9:20 बजे तक

पूजा की थाली-

करवा चौथ पर चंद्रमा पूजा के लिए थाली में छलनी, अर्घ्य में छलनी, अर्घ्य के लिए करवे में जल, व्रत खोलने के लिए पानी और मिठाई होनी चाहिए। देश के कुछ हिस्सों में पंरपराओं के मुताबिक खीर से भरे करवे रखे जाते हैं और सुहाग से जुड़ी सामग्री, बिंदी, सिंदूर, चूढ़ियां होती हैं।

व्रत और पूजा विधि-

आज करवा चौथ के दिन सुबह जल्दी उठें। नहाकर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद दिनभर बिना कुछ खाए-पिए व्रत रखें। अगर सेहत ठीक न हो ते फलाहार कर सकते हैं।

पूजा स्थान पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान शिव-पार्वती, कार्तिकेय और गणेशजी स्थापित करें। इसके साथ चौथा माता की फोटो और पानी से भरा मिट्टी करवा रखें। पूजा सामज्ञ्री चढ़ाने के बाद लड्डू और बाकी मिठाइयों को भाग लगाकर आरती करें।

 

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