नई दिल्ली. आस-पास की यात्रा के लिए आजकल ओला-उबेर बहुत अच्छा विकल्प बन गए हैं. ऐसे में, ऐप आधारित कैब कंपनियों ओला (Ola), उबर (Uber) और रैपिडो (Rapido) को एक तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, ओला, उबेर और रैपिडो को तीन दिनों के भीतर कर्नाटक में अपनी ऑटो सेवाएं बंद करनी होंगी. राज्य सरकार ने […]
नई दिल्ली. आस-पास की यात्रा के लिए आजकल ओला-उबेर बहुत अच्छा विकल्प बन गए हैं. ऐसे में, ऐप आधारित कैब कंपनियों ओला (Ola), उबर (Uber) और रैपिडो (Rapido) को एक तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, ओला, उबेर और रैपिडो को तीन दिनों के भीतर कर्नाटक में अपनी ऑटो सेवाएं बंद करनी होंगी. राज्य सरकार ने इन कैब कंपनियों को अवैध घोषित करते हुए इनके खिलाफ ये बड़ा एक्शन लिया है. साथ ही, ये आदेश दिए गए हैं कि तीन दिनों में ये राज्य में अपनी सर्विसेज़ बंद कर लें.
कर्नाटक सरकार के आदेश के बाद परिवहन विभाग ने इन तीनों कैब सर्विस देने वाली कंपनियों को नोटिस भेज दिया. इस नोटिस में सरकार ने अगले तीन दिनों तक इन्हें कर्नाटक में अपनी ऑटो सेवाएं बंद करने का निर्देश दिया है. इन कैब कंपनियों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सरकार ने इनके खिलाफ ये सख्त कदम उठाया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में ओला, उबर और रैपिडो के जरिए यात्रा करने वाले यात्रियों ने राज्य सरकार से शिकायत की थी कि दो किलोमीटर से कम दूरी होने पर भी कंपनियां न्यूनतम 100 रुपये का किराया लेती है जबकि सरकारी नियमों में ऑटो चालक पहले 2 किमी के लिए 30 रुपये और उसके बाद 15 रुपये प्रति किमी के हिसाब से किराया ले सकते हैं.
अब यात्रियों के इन सभी शिकायतों के बाद गुरुवार को कर्नाटक सरकार ने इन कैब एग्रीगेटर को नोटिस जारी किया है और इस मामले में सरकार ने सख्ती दिखाते हुए ये भी कहा है कि अगर कैब एग्रीगेटर्स और वाहन मालिकों को सरकारी आदेश का उल्लंघन करते पाया गया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
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