नई दिल्ली : हर साल की तरह भी इस साल नवरात्रि के दौरान पारंपरिक नृत्य गरबा से जुड़े कई कार्यक्रमों का जगह-जगह आयोजन किया जा रहा है. कोरोना काल के दो साल गुजरने के बाद इस साल तो ये और भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी बीच कई विवाद भी निकलकर सामने आ […]
नई दिल्ली : हर साल की तरह भी इस साल नवरात्रि के दौरान पारंपरिक नृत्य गरबा से जुड़े कई कार्यक्रमों का जगह-जगह आयोजन किया जा रहा है. कोरोना काल के दो साल गुजरने के बाद इस साल तो ये और भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी बीच कई विवाद भी निकलकर सामने आ रहे हैं. जहां बीते दिनों गरबा स्थलों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर मारपीट और बदसलूकी की घटना सामने आ रही थी अब गुजरात के खेड़ा जिले से हटकर खबर सामने आ आ रही है.
गुजरात के खेड़ा जिले में स्थित एक स्कूल में भी गरबे का कार्यक्रम रखा गया था. जहां इस कार्यक्रम में ताजिया संगीत यानी शोकाकुल धुन बजाकर बच्चों को गरबा करने के लिए कहा गया. जब इस पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया तो ये स्कूल प्रशासन की इस हरकत का खुलासा हुआ. पूरा मामला जिले के नाडियाद के हथाज गांव स्थित प्ले सेंटर स्कूल से सामने आया. अब तक स्कूल के चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
स्कूल पर गांव वालों का आरोप है कि स्कूल के शिक्षकों ने गरबा कार्यक्रम में ताजिया संगीत बजवाया. इस संगीत पर बच्चों को डांस करने के लिए मजबूर भी किया गया. आरोपी टीचर्स में टीचर जागृतिबेन रविकांत सागर, सबेराबेन सिकंदर भाई वोहरा, एकताबेन दीनूभाई आकाशी और सोनलबेन रमनभाई वाघेला का नाम सामने आया है. वीडियो के वायरल होते ही इलाके में हड़कंप मच गया. जब मामले की जानकारी हिंदू संगठन को हुई तो उन्होंने इसके खिलाफ कार्रवाई की. जिले के डिप्टी कलेक्टर से मामले की शिकायत की गई और स्कूल के शिक्षकों के खिलाफ एक्शन की मांग की गई. मामले को संज्ञान में लेते हुए स्कूल के चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
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