एक बार फिर अभय सिंह-खब्बू तिवारी आमने-सामने, एक दूसरे पर लगाया हत्या की कोशिश का इलज़ाम

अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के दो बाहुबली नेताओं के बीच दशकों से चल रही दुश्मनी एक बार फिर देखने को मिली है. समाजवादी पार्टी के विधायक अभय सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू का संबंध पूर्वांचल के कुख्यात धनंजय सिंह और पंजाब के […]

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एक बार फिर अभय सिंह-खब्बू तिवारी आमने-सामने, एक दूसरे पर लगाया हत्या की कोशिश का इलज़ाम

Aanchal Pandey

  • September 23, 2022 6:50 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के दो बाहुबली नेताओं के बीच दशकों से चल रही दुश्मनी एक बार फिर देखने को मिली है. समाजवादी पार्टी के विधायक अभय सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू का संबंध पूर्वांचल के कुख्यात धनंजय सिंह और पंजाब के गैंगस्टर लारेंस विश्नोई से है और खब्बू तिवारी इनसे मिलकर उनकी हत्या करना चाहते हैं.

इस मामले में सपा विधायक अभय सिंह ने 26 जनवरी को प्रमुख गृह सचिव, डीजीपी, एसएसपी को इस संबंध में शिकायती पत्र भी दिया था. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें कुछ तस्वीरें मिली थी, जिनसे ये साबित होता है कि कपिल पंडित, सचिन विश्नोई आदि,जो अब पुलिस की पकड़ में हैं, वो पहले अयोध्या में मौजूद थे. साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि वो इस संबंध में सीएम योगी से एसआईटी जांच की भी मांग करेंगे.

मुख्तार गिरोह का सदस्य है अभय सिंह

11 महीने बाद जेल से छूटने पर खब्बी तिवारी ने अभय सिंह पर आरोप लगाया है कि वो मुख्तार अंसारी के गिरोह में शामिल था और उन्होंने कई साज़िशों को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि अभय सिंह यूपी के सबसे बड़ा अपराधी है, उसके ऊपर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अभय सिंह सिर्फ लेने के लिए उनके ऊपर झूठे इलज़ाम लगा रहा है.

खब्बू तिवारी ने आगे कहा कि भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि SIT जांच इस बात की भी होनी चाहिए कि 2004 में जब सपा की सरकार थी और अफजाल अंसारी लोकसभा का चुनाव लड़ रहा था, उस दौरान मुख्तार अंसारी के शूटर के रूप में अभय सिंह की लोकसभा चुनाव में क्या भूमिका थी.

कृष्णा नंद राय हत्याकांड की हो जांच

खब्बू तिवारी ने आगे कहा कि 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं पर गोली चली थी और कई लोग मारे गए थे. उन्होंने कहा कि अगर एसआईटी जांच होनी है तो जांच इस बात की भी होनी चाहिए कि कृष्णा नंद राय की हत्या के बाद मुख्तार अंसारी और अभय सिंह का एक ऑडियो वायरल हुआ था, उसमें क्या था और इस हत्या में अभय सिंह का क्या रोल था.
ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का ज़िक्र करते हुए खब्बू तिवारी ने कहा कि इस हत्या में किस गिरोह का हाथ था और उस गिरोह से अभय सिंह का क्या संबंध था, इसकी भी जांच होनी चाहिए.

खब्बू तिवारी ने कहा कि एक साल पहले मुख्तार अंसारी के शूटर व अभय सिंह के खास सहयोगी सुरेंद्र कालिया के ऊपर एक हमला हुआ और वह कहता है कि उसकी हत्या करने की कोशिश की गई. पुलिस की जांच में पता चला कि उसने सुरक्षा लेने के लिए खुद पर हमला करवाया था. उस हमले में अभय सिंह और उनका साला संदीप सिंह शामिल थे.

खब्बू तिवारी ने कहा कि विधायक बनने के बाद अभय सिंह उसी सुरेंद्र कालिया से रेलवे की वसूली मंगाते है, जिसका मुकदमा बाराबंकी में दर्ज है.

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