गालीबाज srikant tyagi को मिली जमानत

नोएडा. नोएडा के ओमैक्स सोसाइटी में रहने वाले गालीबाज श्रीकांत त्यागी को आखिरकार जमानत मिल ही गई. श्रीकांत त्यागी पौधा लगाने को लेकर एक महिला से भीड़ गया था, जिसके बाद उसे जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया था. इस केस में त्यागी पर आईपीसी की धारा 354, 323, 419, 420, 427, 482, […]

Advertisement
गालीबाज srikant tyagi को मिली जमानत

Aanchal Pandey

  • September 22, 2022 4:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नोएडा. नोएडा के ओमैक्स सोसाइटी में रहने वाले गालीबाज श्रीकांत त्यागी को आखिरकार जमानत मिल ही गई. श्रीकांत त्यागी पौधा लगाने को लेकर एक महिला से भीड़ गया था, जिसके बाद उसे जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया था. इस केस में त्यागी पर आईपीसी की धारा 354, 323, 419, 420, 427, 482, 504 व 506 लगाई गई थी.

मेरे पति को फंसाया गया

श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने अपने पति का बचाव करते हुए कहा कि मैंने, मेरे पति या मेरे बच्चों ने किसी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है, बच्चों में लड़ाईयां हो जाती हैं लेकिन बच्चों के झगड़े से मेरे पति को गुंडा बना रहे हैं, 99 फीसदी सोसाइटी के लोग तो मेरे पति को जानते भी नहीं होंगे, क्योंकि वो कभी बाहर ही नहीं आते और न ही वो कभी उनसे मिले हैं.

श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने बताया कि पुलिस ने उन्हें शुक्रवार, शनिवार और रविवार दोपहर तक अपनी कस्टडी में रखा, उन्हें पुरुष थाने में रखा गया था, वहीं उनके साथ मारपीट नहीं की गई लेकिन मानसिक रूप से उनसे प्रताड़ित किया गया, उनके साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार किया गया, हर तरीके की बदसलूकी और बदतमीजी की गई है.

मेरे पति भाजपा से जुड़े थे

अनु त्यागी ने कहा, ‘मेरे साथ पुलिस ने बहुत दुर्व्यवहार किया, पुलिसिया पूछताछ के दौरान कई बार मेरे लिए गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया गया, अब कहां हैं योगीजी, क्या मैं महिला नहीं हूं, मेरे पति तो भाजपा के सदस्य थे फिर ऐसा क्यों किया गया.’ भाजपा के कौन-कौन से नेता उनके घर आते थे इस बारे में पूछे जाने पर अनु त्यागी ने कहा कि मैं अभी कुछ बोलना नहीं चाहती हूं, बस इतना कहूंगी कि मेरे पति भाजपा से जुड़े थे और उन्होंने सरेंडर किया है.

नोएडा के भाजपा सांसद महेश शर्मा पर आरोप लगाते हुए अनु त्यागी ने कहा कि यह सबकुछ उन्हीं का कराधरा है, उन्होंने (महेश शर्मा) पुलिस कमिश्नर को गाली दी थी, इसलिए पुलिस ने हमारे साथ यह व्यवहार किया था क्योंकि सांसद ने उन्हें ऐसा करने को कहा था. अनु ने कहा कि सोसाइटी में 1300 फ्लैट है, लेकिन कुछ गिने-चुने लोग ही उनका विरोध कर रहे हैं.

 

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में क्यों बरपा हंगामा, जानिए दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालयों की तुलना में कितनी है फीस

 

 

Tags

Advertisement