Advertisement

नेपाल में ISI एजेंट की दौड़ा-दौड़कर हत्या, बाप को बचाने के लिए छत से कूदी बेटी

नई दिल्ली. काठमांडू में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी (आईएसआई) के एजेंट की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी है, हत्या की यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है, बताया जा रहा है कि ये घटना 19 सितंबर की है जब आईएसआई एजेंट लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी के घर अज्ञात हमलावर पहुंचे […]

Advertisement
नेपाल में ISI एजेंट की दौड़ा-दौड़कर हत्या, बाप को बचाने के लिए छत से कूदी बेटी
  • September 22, 2022 1:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. काठमांडू में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी (आईएसआई) के एजेंट की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी है, हत्या की यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है, बताया जा रहा है कि ये घटना 19 सितंबर की है जब आईएसआई एजेंट लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी के घर अज्ञात हमलावर पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान अपने पिता को बचाने मोहम्मद दर्जी की बेटी छत से कूद गई पर वो अपने पिता को बचा नहीं पाई, उसकी आँखों के सामने हमलावरों ने उसके पिता को गोलियों से भून दिया.

ये पूरी घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि मोहम्मद दर्जी अपनी गाड़ी से घर लौटा था. जब वह गाड़ी से निकला और घर की ओर बढ़ने लगा इसी वक्त घत लागए बैठे हमलावरों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी. लाल मोहम्मद बचने के लिए गाड़ी के पीछे छिप कर बैठ गया, लेकिन हमलावरों ने फायरिंग जारी रखी. जान बचाने के लिए किसी तरह लाल मोहम्मद वहां से भागा तो हमलावरों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि जब हमलावर लाल मोहम्मद पर फायरिंग कर रहे थे उसी दौरान एक महिला छत से कूदती है. जब तक वह महिला हमलावरों तक पहुंचती इससे पहले ही वह लाल मोहम्मद की हत्या को अंजाम दे चुके थे और हत्या करते ही वो फरार हो गए. ये महिला मोहम्मद दर्जी की बेटी बताई जा रही है.

सप्लाई करता था जाली नोट

आईएसआई का एजेंटी लाल मोहम्मद भारत में जाली नोटों का सबसे बड़ा सप्लायर था, यह आईएसआई के लिए एक लॉन्च पैड की तरह काम करता था और भारत में जाली नोट लाता था. जाली नोटों के धंधे के अलावा आईएसआई को भारत में ऑपरेशन के लिए यह लॉजिस्टिक भी सप्लाई करता था, इतना ही नहीं लाल मोहम्मद दर्जी आईएसआई एजेंट्स को पनाह देने का काम भी करता था.

 

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में क्यों बरपा हंगामा, जानिए दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालयों की तुलना में कितनी है फीस

Advertisement