नई दिल्ली. Raju Srivastav loce story: कॉमेडी की दुनिया में राज करने वाले राजू श्रीवास्तव ने आज दुनिया को अलिवदा कह दिया। सबकी आंखे नम करके उन्होंने 58 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है। 10 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। […]
नई दिल्ली. Raju Srivastav loce story: कॉमेडी की दुनिया में राज करने वाले राजू श्रीवास्तव ने आज दुनिया को अलिवदा कह दिया। सबकी आंखे नम करके उन्होंने 58 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है। 10 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। 42 दिनों तक उनका इलाज चला, जिसके बाद आज उनका निधन हो गया।
अपने अनोखे अंदाज से सबको हंसाने वाले “गजोधर भैया” की प्रोफेशनल लाइफ के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते ही हैं लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है। राजू श्रीवास्तव की लव स्टोरी (Raju Srivastava Love Story) भी उनकी शख्सियत की तरह ही काफी मजेदार है। उनकी लव स्टोरी भी किसी बॉलीवुड फिल्म की कहानी से कम नहीं है।आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने प्यार को पाने के लिए राजू श्रीवास्तव ने 12 साल का इंतजार किया था तब कहीं जाकर उन्हें अपना प्यार मिला सका।
राजू श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले थे। साल 1993 में उनकी शादी शिखा श्रीवास्तव के साथ हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजू श्रीवास्तव अपने भाई की शादी में बारात लेकर फतेहपुर पहुंचे थे। यहां उन्हें एक लड़की दिखी, जिससे उन्हें पहली नजर में ही प्यार हो गया था। उन्होंने मन ही मन उस लड़की को अपना लाइफ पार्टनर मान लिया था। यहां तक कि राजू ने मन बना लिया था कि अगर वो शादी करेंगे तो इसी लड़की से करेंगे।
शादी के दौरान ही उन्होंने उस मिस्ट्री गर्ल के बारे में पता करना शुरू किया। बाद में उन्हें मालूम हुआ कि वह लड़की कोई और नहीं बल्कि उनकी होने वाली भाभी की चचेरी बहन है। जिसका नाम शिखा है और वह अपने परिवार के साथ इटावा में रहती थी। फिर क्या था, राजू अपने भाई के साथ किसी न किसी बहाने अक्सर इटावा आने-जाने लगे थे। वहां शिखा से भी उनकी मुलाकात होती थी, लेकिन राजू के दिल की बात उनके जुबां तक नहीं आ सकी। वह हिम्मत तो बहुत जुटाते, लेकिन कभी अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाते।
समय ऐसी ही मुलाकातों में गुजरता गया….इसके बाद साल 1982 में राजू अपना करियर बनाने के लिए मुंबई पहुंच गए। यहां उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई और काफी भी किया। इस दौर में भी वह शिखा को भूले नहीं। राजू अक्सर उन्हें चिट्ठियां भेजा करते थे। इतना ही नहीं बल्कि इस बात की भी जानकारी रखते थे कि कहीं शिखा की शादी किसी और से न हो जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजू श्रीवास्तव ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि उन्हें इस बात का अंदाजा था कि शिखा भी उन्हें अच्छा मानती हैं। क्योंकि जब भी शादी के लिए उनके पास कोई रिश्ता आता था, तो वह उसे मना कर देती थीं। वहीं, जब राजू का करियर ने नया मोड़ ले लिया। वह मुंबई में सेटल हो गए, तो उन्होंने शिखा से रिश्ते की बात करने के लिए अपने घर वालों को राजी किया। जिस पर दोनों परिवारों ने एक-दूसरे से राजू और शिखा के रिश्ते की बात की। इसके बाद शिखा के भाई राजू के मुंबई स्थित घर गए और वहां उनका घर, लाइफस्टाइल देखा। जिसके बाद तसल्ली होने के बाद अपनी बहन का हाथ राजू के हाथों में देने का निर्णय लिया। अंत में दोनों परिवारों ने शिखा और राजू की शादी के लिए हामी भर दी और इस तरह करीब 12 सालों बाद राजू और शिखा की शादी हो गई।