अलवर। इस समय ज्ञानवापी मस्जिद सुर्ख़ियों में बनी हुई है, अदालत में इस मामले में सुनवाई चल रही है, लेकिन अब इस मामले ने अलग ही मोड़ ले लिया है. दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद वाले मामले की सुनवाई को फेसबुक पर कमेंट करने पर भाजपा की महिला कार्यकर्ता चारुल अग्रवाल के घर चिट्ठी डालकर उदयपुर जैसी […]
अलवर। इस समय ज्ञानवापी मस्जिद सुर्ख़ियों में बनी हुई है, अदालत में इस मामले में सुनवाई चल रही है, लेकिन अब इस मामले ने अलग ही मोड़ ले लिया है. दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद वाले मामले की सुनवाई को फेसबुक पर कमेंट करने पर भाजपा की महिला कार्यकर्ता चारुल अग्रवाल के घर चिट्ठी डालकर उदयपुर जैसी वारदात को अंजाम देने की धमकी दी गई है. भाजपा महिला कार्यकर्ता अलवर के शालीमार आवास योजना एक्सटेंशन में टावर नंबर 3 में रहती हैं, जब वह सोमवार को सुबह 7.45 बजे बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए फ्लैट के बाहर निकलीं तो खिड़की के पास उन्हें ये खत मिला. खत में उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और कहा गया कि उनके पास बस 25 सितंबर तक का वक्त है.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह चारुल के पति जितेंद्र अग्रवाल ने लिफ्ट के पास खिड़की में फंसे लिफाफे को उठाया, इस लिफ़ाफ़े में उन्हें एक चिट्ठी मिली, लेकिन जब उन्होंने चिट्ठी खोली तो उनके होश ही उड़ गए. इस चिट्ठी में चारुल के नाम से धमकी दी गई थी और लिखा था ज्ञानवापी हमारा है और हमारा ही रहेगा. हमारे मजहब को लेकर पोस्ट लिखोगी तो तेरा वही हाल करेंगे जो कन्हैयालाल का किया था. ध्यान रख गुस्ताख ए रसूल की एक सजा, सर तन से जुड़ा. इस मामले में भाजपा नेत्री चारुल ने बताया कि सुबह उनके पति बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहे थे, लेकिन लिफ्ट बिज़ी थी इसलिए खिड़की के पास खड़े होकर बात करने लगे तभी उन्हें ये चिट्ठी मिली जिसमें धमकी दी गई है. भाजपा नेत्री ने बताया कि इस चिठ्ठी में उनका नाम लेकर लिखा था कि तुम्हारे 56 टुकड़े कर देंगे और उदयपुर के कन्हैयालाल जैसी हालत करेंगे.
बीजेपी की महिला नेत्री चारुल ने बताया कि उसने ज्ञानवापी को लेकर सामान्य पोस्ट डाला था, जिसकी वजह से उन्हें धमकी मिली है. उन्होंने बताया कि पत्र के मुताबिक, चारुल ने 13 सितंबर को फेसबुक पर ज्ञानवापी को लेकर पोस्ट डाली थी, जिसके बाद आज 19 सितंबर को उन्हें जान से मारने की धमकी मिली और 25 सितंबर को उनका आखिरी दिन बताया गया है.
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