मुंबई : इस साल मुंबई की सियासत में आया भूचाल का असर शिवाजी पार्क की दशहरा रैली पर भी देखने को मिल रहा है. रैली का पेंच फंसा हुआ है. दरअसल हर साल दशहरे के मौके पर शिवसेना शिवाजी पार्क में परंपरागत रैली करवाती है. इस साल खबर है कि सीएम एकनाथ शिंदे दशहरा मैदान […]
मुंबई : इस साल मुंबई की सियासत में आया भूचाल का असर शिवाजी पार्क की दशहरा रैली पर भी देखने को मिल रहा है. रैली का पेंच फंसा हुआ है. दरअसल हर साल दशहरे के मौके पर शिवसेना शिवाजी पार्क में परंपरागत रैली करवाती है. इस साल खबर है कि सीएम एकनाथ शिंदे दशहरा मैदान में रैली करवाने का मन बना चुके हैं. इसी बार को लेकर कुछ समय पहले भी दोनों खेमों के बीच जुबानी जंग देखी गई थी.
महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल देखी जा रही है. इस बार पेंच दशहरा रैली को लेकर दोनों गुटों के बीच अटक गया है. इसी बीच शनिवार को उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में मुंबई के विभाग प्रमुख और पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने शिंदे गुट और शिवसेना के बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर भी आदेश दिए. उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं को कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने के आदेश दिए हैं.
दरअसल हर साल दशहरे के मौके पर शिवसेना शिवाजी पार्क में परंपरागत रैली करवाती है. हालांकि पिछले दो वर्षों से कोरोना की वजह से यह रैली नहीं करवाई गई है. इस बार स्थिति सामान्य होने पर सीएम एकनाथ शिंदे दशहरा मैदान में रैली करवाना चाहते हैं. कुछ दिनों पहले ही शिंदे और ठाकरे खेमों के बीच इसी विवाद को लेकर जुबानी जंग भी देखने को मिली थी. हालांकि बाद में शिंदे सरकार की तरह बीएमसी पर इस फैसले को छोड़ने की बात कही गई थी. इसी बीच पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हर वर्ष की तरह ही इस साल भी शिवाजी पार्क में उनके द्वारा ही रैली का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने शिवसेना के बागी विधायकों को ठग बताया है.
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