“एक स्कूटर पर हम चार लोग होते! जवानी में मैंने भी बहुत नियम तोड़े,” – नितिन गडकरी नई दिल्ली. रोड सेफ्टी पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बयान सामने आया है, इसमें उन्होंने सड़क हादसों पर चिंता जताई है. इसके साथ-साथ गडकरी ने कारों में सेफ्टी फीचर्स पर भी बात की है, वह बोले […]
“एक स्कूटर पर हम चार लोग होते! जवानी में मैंने भी बहुत नियम तोड़े,” – नितिन गडकरी
नई दिल्ली. रोड सेफ्टी पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बयान सामने आया है, इसमें उन्होंने सड़क हादसों पर चिंता जताई है. इसके साथ-साथ गडकरी ने कारों में सेफ्टी फीचर्स पर भी बात की है, वह बोले कि भारत में भी छह एयरबेग वाली गाड़ियों को मार्किट में उतारने का काम चल रहा है, इसके अलावा सीट बेल्ट ना लगाने को गडकरी ने गलत बताया है.
एक मीडिया चैनल से गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं पर बात की है, जब उनसे साइरस मिस्त्री के निधन पर सवाल पूछा गया तो गडकरी ने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई हाइवे बहुत खतरनाक है. वहां ट्रैफिक PCU 1.20 लाख है जो कि बहुत ज्यादा है और इसे घटाकर 20 हजार PCU तक लाना है. उन्होंने आगे कहा कि साल 2024 तक सरकार सड़क हादसों को 50 फीसदी तक कम करना चाहती है. उन्होंने बताया कि सड़क हादसों को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों को फॉलो किया जाएगा और इसके बाद उन्होंने छह एयरबैग वाली कारों की बात की.
गडकरी ने कहा कि कार कंपनियां जब गाड़ियां दूसरे देशों में एक्सपोर्ट करती हैं तो छह एयरबैग लगाती हैं, जबकि भारत में चार लगाकर बेचती हैं क्या भारतीय लोगों की जान की कोई कीमत नहीं है? वहीं, जब एयरबैग लगाने की गाड़ी की कीमत बढ़ जाने पर गडकरी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह गलत है. अगर बड़ी संख्या में प्रोडक्शन होगा तो एक एयरबैग की कीमत सिर्फ 900 रुपये के करीब पड़ेगी, इसलिए कीमत के लिहाज से भारत की गाड़ियों में एयरबैग न लगाना गलत होगा.
वहीं, नितिन गडकरी ने अपने जवानी के दिन याद करते हुए कहा कि जवानी में वह खुद नियम तोड़ते थे लेकिन तब उन्हें एहसास नहीं था कि यह कितना खतरनाक है. अपने कॉलेज के दिनों का किस्सा बताते हुए गडकरी ने कहा कि इलेक्शन के टाइम पर वे एक स्कूटर पर चार लोग सवार होकर घूमते थे और नंबर प्लेट को हाथ से छिपा लेते थे ताकि चालान ना हो सके.