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‘भारत में मिला था मुझे आसरा’, पुराने दिन को याद करते हुए बांग्लादेश PM शेख हसीना

बांग्लादेश PM शेख हसीना: नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधामंत्री शेख हसीना एक इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने दिनों को याद करके भावुक हो गई। उन्होने भारत और बांग्लादेश के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने की बात पर भी जोर दिया। इसके साथ ही दो पड़ोसियों के बीच आपसी मतभेद को बातचीत के जरिए समाधान निकालने की […]

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‘भारत में मिला था मुझे आसरा’, पुराने दिन को याद करते हुए बांग्लादेश PM शेख हसीना
  • September 4, 2022 1:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बांग्लादेश PM शेख हसीना:

नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधामंत्री शेख हसीना एक इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने दिनों को याद करके भावुक हो गई। उन्होने भारत और बांग्लादेश के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने की बात पर भी जोर दिया। इसके साथ ही दो पड़ोसियों के बीच आपसी मतभेद को बातचीत के जरिए समाधान निकालने की बात भी कही। प्रधानमंत्री हसीना ने भारत से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें भी साझा की है।

बुरे दिनों में भारत ने की मदद

पीएम शेख हसीना ने 1975 की घटना को याद करते हुए कहा कि वो भारत की राजधानी दिल्ली में अपना नाम बदलकर रूकी हुई थी। वह अपने पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के बाद वह भारत में आसरा ली थी। आपको बता दे कि वह दिल्ली के पंडारा रोड में अपने बच्चों के साथ रूकी थी।

वैक्सीन–मैत्री के लिए शुक्रिया

बंग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भारत द्वारा चलाए गए वैक्सीन मैत्री की काफी तारीफ की। उन्होने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धन्यवाद देते हुए एक विवेकपूर्ण पहल बताया। साथ ही उन्होने भारत से वैक्सीन खरीदने की भी बात कहीं।

भारत एक सच्चा हितैषी है

बंग्लादेशी प्रधानमंत्री ने भारत को बंग्लादेश का सच्चा हितैषी बताया। उन्होनें आगे जिक्र करते हुए कहा कि “हम हमेशा 1971 के युद्ध के दौरान भारत के योगदान को याद करते है। जब 1975 में हमने अपने परिवार को खो दिया था तब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने हमें भारत में आश्रय दिया”।

यूक्रेन से छात्रों को वापस लाया

शेख हसीना ने भारत द्वारा यूक्रेन से बांग्लादेशी छात्रों को वापस लाने के लिए भी धन्यवाद दिया। उन्होने आगे कहा कि यूक्रेन और रूस युद्ध के बीच में फंसे हमारे छात्रों को वापस लाने में मदद करने के लिए भारत का तहे दिल से शुक्रिया। भारत ने हमारे साथ संकट के समय में दोस्ती निभाई है।

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