जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से ही पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। आजाद ने पार्टी छोड़ते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नेतृत्व पर सवाल उठाया था। वहीं, अब उनके समर्थन में कांग्रेस के छात्र संघठन एनएसयूआई (NSUI) के 36 नेताओं ने […]
श्रीनगर। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से ही पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। आजाद ने पार्टी छोड़ते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नेतृत्व पर सवाल उठाया था। वहीं, अब उनके समर्थन में कांग्रेस के छात्र संघठन एनएसयूआई (NSUI) के 36 नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इसे जम्मू कश्मीर कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
आजाद के समर्थन में इस्तीफा देने वालों में जम्मू कश्मीर एनएसयूआई उपाध्यक्ष अनिरुद्ध रैना, प्रदेश महासचिव मनिक शर्मा का नाम भी शामिल है। बता दें कि इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेतृत्व पर कई गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने यहां तक कहा था कि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया जा रहा है। इसके साथ ही अब पार्टी पूरी तरह एक कठपुतली मॉडल पर काम कर रही है।
गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वो जल्द ही प्रदेश में एक नई पार्टी की स्थापना करेंगे। आजाद ने बताया कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर नई पार्टी बनाने का फैसला लिया गया है। हालांकि, अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से उन्होंने मना कर दिया था।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कई सराकरों में केंद्रीय मंत्री रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपे अपने इस्तीफे में लिखकर दिया था कि वो पार्टी का हर फैसला राहुल गांधी ही ले रहे हैं। राहुल पार्टी में मौजूद किसी भी वरिष्ठ नेता से अब कोई राय तक नहीं ले रहे हैं। ये अपमानजनक है। उन्होंने ये भी कहा कि, कांग्रेस राहुल के नेतृत्व में लगातार चुनाव हार रही है और आगे भी यही हाल होते दिख रहा है।
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