नई दिल्ली, नासा के Artemis-1 मिशन को आज रवाना किया जाना था, लेकिन अब इसे टाल दिया गया है. दरअसल, इंजन में लीकेज होने के बाद नासा के मून मिशन को रोका गया था. अब हाइड्रोजन टीम आर्टेमिस-1 लॉन्च डायरेक्टर के साथ मिलकर आगे की प्लानिंग पर काम कर रही है, अब इस मिशन को […]
नई दिल्ली, नासा के Artemis-1 मिशन को आज रवाना किया जाना था, लेकिन अब इसे टाल दिया गया है. दरअसल, इंजन में लीकेज होने के बाद नासा के मून मिशन को रोका गया था. अब हाइड्रोजन टीम आर्टेमिस-1 लॉन्च डायरेक्टर के साथ मिलकर आगे की प्लानिंग पर काम कर रही है, अब इस मिशन को 2 सितंबर को लांच किया जाएगा.
नासा के अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि शनिवार को आई आंधी के दौरान नासा केनेडी अंतरिक्ष केंद्र पर स्थित रॉकेट और कैप्सूल को कोई नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अन्य उपकरणों को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है, उल्लेखनीय है कि नासा का आर्टेमिस-1 मिशन करीब आधी सदी के बाद मनुष्यों को चंद्रमा की यात्रा करवाकर वापस लाने के एक ख़ास कदम की ओर अग्रसर है.
बता दें कि नासा की अतंरिक्ष प्रक्षेपण प्रणाली और ऑरियन क्रू कैप्सूल के लिए यह बेहद ख़ास यात्रा होने वाली है. यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा तक जाएगा और कुछ छोटे उपग्रहों को कक्षा में छोड़ेगा और खुद कक्षा में स्थापित हो जाएगा. नासा का उद्देश्य अंतरिक्ष यान के परिचालन की ट्रेनिंग प्राप्त करना और चंद्रमा के आसपास अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अनुभव किए जाने वाले हालात की सूक्ष्म जांच करना है.
गौरतलब है, अपोलो 17 मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के आखिरी बार चंद्रमा पर पैर रखने के पचास साल बाद आर्टेमिस-1 मिशन शुरू होना है. बता दें कि तीन सौ 22 फुट का यह अतंरिक्ष लॉन्च प्रणाली रॉकेट नासा द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है, इसकी लॉन्चिंग का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है.
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